लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि 04 फरवरी, 2021 से 04 फरवरी, 2022 तक चौरी-चौरा शताब्दी समारोह का आयोजन किया जाए। शताब्दी समारोह के अन्तर्गत वर्ष भर विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन के सम्बन्ध में एक कार्ययोजना बनायी जाए। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जनपदों में स्वाधीनता आन्दोलन अथवा आजादी के बाद के युद्धों के शहीदों से सम्बन्धित शहीद स्मारक स्थल स्थित हैं। चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के अवसर पर 04 फरवरी, 2021 को चौरी-चौरा में कार्यक्रम के साथ ही सभी जनपदों में शहीद स्मारक स्थलों पर चौरी-चौरा की घटना को केन्द्र में रखकर कार्यक्रम आयोजित किये जाएं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के आयोजन के सम्बन्ध में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चैरी-चैरा की घटना में स्वाधीनता आन्दोलन को नई दिशा दी। इस घटना के सम्बन्ध में आम जनमानस सहित युवा पीढ़ी को तथ्यपरक जानकारी होनी चाहिए। बैठक के दौरान संस्कृति विभाग द्वारा चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के आयोजन के सम्बन्ध में एक प्रस्तुतीकरण भी दिया गया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2022 मंे आजादी के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इसके दृष्टिगत 15 अगस्त, 2021 से 15 अगस्त, 2022 तक वर्ष भर विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन की कार्ययोजना बनायी जाए। इन कार्यक्रमों को भी चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के कार्यक्रमों के साथ सम्बद्ध कर आयोजित किया जाए। आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर भारत सरकार द्वारा कार्यक्रमों के आयोजन के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश प्राप्त होने पर, उन्हें इन कार्यक्रमों के साथ सम्बद्ध कर आयोजित किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के आयोजन के लिए महामहिम राज्यपाल जी की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय आयोजन समिति का गठन किया जाए। शताब्दी समारोह के लिए मुख्यमंत्री जी की अध्यक्षता में एक राज्य स्तरीय कार्यकारी समिति का गठन भी किया जाए। राज्य स्तरीय कार्यकारी समिति में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री, विधान मण्डल विभिन्न दलों के नेता सदन, स्थानीय सांसद, विधायक सहित अन्य सदस्यों को रखा जाए। उन्होंने कहा कि जनपद स्तर पर प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में स्थानीय सांसद, विधायकगण सहित आयोजन समिति तथा जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कार्यकारी समिति का गठन किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के अवसर पर सभी जनपदों में शहीद स्मारक स्थलों पर पुलिस बैण्ड के साथ शहीदों को सलामी दी जाए। इसके पश्चात अन्य कार्यक्रम सम्पन्न किये जाएं। चौरी-चौरा शताब्दी समारोह का ‘लोगो’ चौरी-चौरा स्मारक को ध्यान में रखकर तैयार किया जाए। चौरी-चौरा शताब्दी समारोह के अवसर पर संचार मंत्रालय, भारत सरकार से पत्र व्यवहार कर डाक टिकट जारी करने का अनुरोध किया जाए। चौरी-चौरा रेलवे स्टेशन पर पाथ-वे बनाने के लिए रेलवे को लिखा जाए। उन्होंने चौरी-चौरा घटना स्थल तक पहुंच मार्ग बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग को अण्डर पास बनाने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चौरी-चौरा शताब्दी समारोह तथा आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की थीम स्वदेशी, स्वावलम्बन और स्वच्छता पर आधारित होना चाहिए। कार्यक्रमों में खादी के प्रचार-प्रसार तथा स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करने से सम्बन्धित आयोजन किये जाएं। कार्यक्रमों के अन्तर्गत स्वावलम्बन से जुड़े स्थानीय और विशिष्ट उत्पादों से सम्बन्धित कार्यक्रम आयोजित किये जाएं। ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, विभिन्न जनपदों के कृषि एवं बागवानी से जुड़े विशिष्ट उत्पादों यथा गुड़, काला नमक चावल, केला, आंवला सहित आॅर्गेनिक उत्पादों को बढ़ावा देने के सम्बन्ध में कार्यक्रम आयोजित किये जाएं। आयोजन के साथ महिला स्वयं सहायता समूहों को भी जोड़ा जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आयोजन के लिए सभी शहीद स्मारक स्थलों को चिन्हित कर उनके सौन्दर्यीकरण का प्रस्ताव तैयार कर कार्य को आगे बढ़ाया जाए। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व उनके परिवार के सदस्यों को सम्मानित करने के कार्यक्रम आयोजित किये जाएं। आयोजन के दौरान राष्ट्र प्रेम और शौर्य के गीत रचने और गाने वाले युवा कवियों की विभिन्न स्तरों पर स्पर्धा आयोजित की जाए। सभी शिक्षण संस्थाओं में स्वाधीनता आन्दोलन व चौरी-चौरा की घटना सहित विभिन्न स्वतंत्रता आन्दोलन की विभिन्न घटनाओं पर डिबेट की स्पर्धा आयोजित की जाए। इन स्पर्धाओं के विजेताओं को सम्मानित किया जाए। स्कूलों में स्वाधीनता आन्दोलन की घटनाओं के सम्बन्ध में नाटक आदि का भी आयोजन किया जाए। उन्हांेने कहा कि आयोजन के दौरान लेखन एवं व्याख्यान माला आदि कार्यक्रम भी आयोजित किये जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आयोजन के दौरान प्रदर्शित करने के लिए चौरी-चौरा की घटना सहित स्वतंत्रता आन्दोलन की विभिन्न घटनाओं एवं शहीदों पर आधुनिक तकनीक के माध्यम से उत्कृष्ट स्तर के लाइट एण्ड साउण्ड कार्यक्रम तैयार किये जाएं। चौरी-चौरा की सहित स्वाधीनता आन्दोलन की घटनाओं तथा शहीदों से सम्बन्धित साहित्य को एकत्र कर, उसे डिजिटल फाॅर्म में लाया जाए। विश्वविद्यालयों में स्वाधीनता आन्दोलन से सम्बन्धित विषयों पर स्काॅलरशिप की व्यवस्था कर इन विषयों पर उत्कृष्ट स्तर का शोध कराया जाए।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव प्राविधिक शिक्षा श्रीमती एस0 राधा चैहान, अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा श्रीमती आराधना शुक्ला, अपर मुख्य सचिव युवा कल्याण श्रीमती डिम्पल वर्मा, प्रमुख सचिव आवास श्री दीपक कुमार, प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन श्री जितेन्द्र कुमार, प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री नितिन रमेश गोकर्ण, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश मेश्राम, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।