प्रदेश की बाल विकास, पशुपालन, भेड़ एवं बकरी पालन, चारा एवं चारागाह विकास एवं मत्स्य विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्या ने विधान सभा स्थित कार्यालय कक्ष में राज्य मत्स्य विभाग द्वारा संचालित केन्द्र एवं राज्य पोषित योजनाओं एवं कार्य कलापों की 13 जनपदों के मत्स्य विभाग के अधिकारियों के साथ वर्चुवल समीक्षा बैठक की।
बैठक में मंत्री रेखा आर्या ने कहा मत्स्य विभाग द्वारा पहाड़ी क्षेत्रों में आदर्श तालाबो का निर्माण हो अथवा मैदानी क्षेत्रों में एसीपी आदर्श मछली तालाबों का निर्माण किया जा रहा है, इस कार्य के प्रगति में तेजी लाई जाएगी।
मंत्री ने कहा कि जिस प्रकार राज्य सरकार द्वारा नील क्रान्ति योजना के तहत तालाबांे का सुद्ढ़ीकरण, हैचरी का सुदृीकरण और मछली पालको को किस प्रकार और सशक्त कर सकते है, और कौन सी प्रजाति की मछली की सीड उपलब्ध करायी जाय, इस विषय पर अधिकारियो के साथ विचार विमर्श किया गया। उन्होने कहा कि मत्स्य पालन को बढावा देने के लिए ट्राउड प्रजाति को डेनमार्क से आयतित करने पर विचार किया जा रहा है।
उन्होनेे कहा कि यह समीक्षा बैठक वर्ष 2019-20 की की गई है। वर्ष 2020-21 का बजट अभी शीध्र ही में प्राप्त हुआ है। जिसको प्रत्येक जनपद को जल्दी भेजने के निर्देश दिये गये हैं।
मंत्री ने कहा कि सभी जनपदों को जो लक्ष्य दिये गये थे, सभी जनपदों ने अपने-अपने लक्ष्य प्राप्त किये है। मंत्री ने कहा कि कोरोना काल में जितने मत्स्य पालको ने हमसे सीड की मांग की, उतनी मात्रा में हम आवंटित नही कर पाये। वर्ष 2020-21 के लिए जितने पाउण्ड की मांग होगी, उतने पाउण्ड के लिए हम योजनाएं प्रस्तावित करेंगे। उन्होने कहा कि जितने भी मत्स्य पालक एवं प्रवासी लोग मत्स्य पालन करना चाहते है वह अवश्य ही मत्स्य पालन की योजनाओं से लाभान्वित होंगे।
मत्स्य पालन के माध्यम से अच्छी क्वालिटी की फ्रेश मछली विभिन्न रेस्टोरेन्ट से सप्लाई भी की जाएगी।