लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए डोर-टू-डोर सर्वे, काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग तथा मेडिकल टेस्टिंग के कार्य प्रभावी ढंग से संचालित किए जाएं। उन्होंने आई0सी0यू0 बेड्स की संख्या में वृद्धि के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति के समुचित उपचार एवं जीवन रक्षा के लिए उसे शीघ्रता से अस्पताल पहुंचाना आवश्यक है। इसमें प्रभावी सर्विलांस की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल देते हुए उन्होंने इस कार्य को तत्परतापूर्वक संचालित करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद लखनऊ, कानपुर नगर, वाराणसी, प्रयागराज तथा गोरखपुर में कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए विशेष प्रयास किए जाएं। उन्होंने अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा को कल 05 सितम्बर, 2020 को कानपुर नगर जाकर मौके पर जनपद की चिकित्सा व्यवस्था की समीक्षा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य तथा अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज एवं ग्राम्य विकास जनपद लखनऊ की स्थिति की समीक्षा करें। लखनऊ की टीम के साथ कुलपति, के0जी0एम0यू0 तथा निदेशक, एस0जी0पी0जी0आई0 भी रहें। उन्हांेने कहा कि जनपद कानपुर नगर तथा लखनऊ में प्रत्येक दशा में संक्रमण का प्रसार नियंत्रित किया जाए। इसके लिए समीक्षा करके कमियां चिन्हित करते हुए उनका निराकरण कराया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि जनपद कानपुर नगर की समीक्षा करने वाली टीम 06 सितम्बर, 2020 को जनपद प्रयागराज जाकर स्थिति की समीक्षा करे और कमियों को दूर कराए। उन्होंने कहा कि कारागारों में कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। जेल कर्मियों की भी नियमित जांच की जाए। कैदियों को जेल भेजने से पहले अस्थायी जेल में रखा जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 के दृष्टिगत सचिवालय में प्रवेश हेतु अनावश्यक पास निर्गत न किए जाएं। सचिवालय के प्रवेश पास निर्गत करने की व्यवस्था को सख्त बनाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सचिवालय में प्रमाणित व्यक्तियों का ही प्रवेश हो। उन्होंने पान, गुटका पर लागू प्रतिबन्ध का सचिवालय परिसर में कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि त्वरित निर्णय लेकर कार्यों का निस्तारण किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी पत्रावली किसी भी दशा में 07 दिन से अधिक लम्बित न रहे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद जी0एस0टी0 के अन्तर्गत बेहतर राजस्व संग्रह हुआ है। जी0एस0टी0 संग्रह में वृद्धि के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में रजिस्ट्रेशन बढ़ाने पर जोर दिया जाए। व्यापारियों को जी0एस0टी0 रिटर्न भरने के लिए प्रशिक्षित भी किया जाए। बुनकरों की समस्याओं का व्यावहारिक समाधान सुनिश्चित किए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में एक ठोस कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत की जाए।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक श्री हितेश सी0 अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 श्री नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव पंचायती राज एवं ग्राम्य विकास श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुपालन श्री भुवनेश कुमार, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।