देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से सचिवालय में इंडियन मेडिकल एशोसियेशन एवं संयुक्त चिकित्सक महासंघ के प्रतिनिधियों ने भेंट कर प्रदेश में क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट के प्राविधानों के तहत आने वाली समस्याओं से अवगत कराया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास हमारी प्राथमिकता है, आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सके इसमें सभी चिकित्सा संगठनों व चिकित्सकों को अपना सहयोग देना चाहिए। मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों की समस्याओं का संज्ञान लेते हुए अपेक्षा की कि प्रदेश के निजि चिकित्सकों इंडियन मेडिकल एशोसियेशन संयुक्त चिकित्सक महासंघ के पदाधिकारी जारी गजट नोटिफिकेशन का गहनता से अध्ययन कर इस सम्बंध में राज्य हित को ध्यान मे रखते हुए अपने सुझाव एक सप्ताह के अन्दर सचिव स्वास्थ्य को उपलब्ध कराये, प्राप्त सुझावों पर राज्य सरकार द्वारा इस सम्बंध में विचार कर कतिपय अन्य राज्यों की भांति इस सम्बंध में अपनायी गई प्रक्रिया का संज्ञान लेकर शीघ्र आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। मुख्यमंत्री ने इंडियन मेडिकल एशोसियेशन द्वारा चिकित्सा सम्बंधी भवनों के बाईलाज को व्यवहारिक बनाये जाने की भी मांग की। मुख्यमंत्री ने इस सम्बंध में उपाध्यक्ष एमडीडीए को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य सलाहकर डॉ0 नवीन बलूनी, सचिव स्वास्थ्य श्री नितेश झा एवं इंडियन मेडिकल एशोसियेशन एवं संयुक्त चिकित्सक महासंघ के प्रतिनिधियों के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।