नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने गुरुवार को मीटू अभियान के तहत विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि ‘इस मामले पर एमजे अकबर ही कोई अधिकृत बयान दे सकते हैं. क्योंकि, मैं वहां मौजूद नहीं थी, तो इस पर बयान देना सही नहीं होगा. मैं सराहना करती हूं कि मीडिया अपनी महिला सहयोगियों को का समर्थन कर रही है.’ उन्होंने कहा कि ‘जो भी महिलाएं इस मीटू अभियान में बोल रही हैं, उनको किसी भी तरह से शर्मिंदा या उनको पीड़ित या उनका मजाक नहीं करना चाहिए.’
#WATCH: Union Minister Smriti Irani reacts on #MJAkbar, says 'The gentlemen concerned would be better positioned to speak on this issue. I appreciate that the media is accosting his female colleagues…Anybody who is speaking out should in no way be shamed, victimised or mocked.' pic.twitter.com/nFam61Cn20
— ANI (@ANI) October 11, 2018
महिलाएं सम्मान और अपने सपनों को पूरा करने के लिए करती हैं काम- स्मृति
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ‘एक औरत अपने सपनों को पूरा करने के लिए काम करती है. अगर उसके साथ कोई बुरा बर्ताव होता है, तो बिल्कुल सहन नहीं होना चाहिए. सोशल मीडिया पर जिस तरीके से अलग-अलग महिलाओं ने आकर अपने मन की बात रखी है, उनकी बातों को दबाने की जरा भी कोशिश नहीं करनी चाहिए. मुझे उम्मीद है कि इन सभी महिलाओं को न्याय मिलेगा.’ स्मृति ने कहा कि जिन महिलाओं ने इस बारे में बोला है, हमें उनकी हिम्मत की दाद देनी चाहिए.
दरअसल, मीटू अभियान के तहत हाल ही में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर भी आरोप लगे हैं. उन पर आरोप है कि जब वे संपादक थे तो उन्होंने कई महिला पत्रकारों का यौन उत्पीड़न किया. इस सिलसिले में कई पत्रकारों ने सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए अकबर पर सार्वजनिक रूप से आरोप लगाए हैं. Zee