लखनऊ: उत्तर प्रदेश के दुग्ध विकास मंत्री श्री राममूर्ति वर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार ने किसानों, दुधारू पशुपालकों, दुग्ध उत्पादन एवं व्यवसाय से जुड़े व्यक्तियों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने के साथ ही प्रदेश में रिकार्ड दुग्ध उत्पादन हेतु समस्त सहकारी दुग्ध समितियों एवं दुग्धसंघों, महिला डेयरी दुग्ध अत्पादन समितियों तथा पशुपालन विभाग के अन्र्तगत संचालित कामधेनु एवं मिनी कामधेनु डेरी इकाइयों की स्थापना को बढ़ावा दिया जा रहा है।
दुग्ध विकास मंत्री श्री वर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश शासन की सक्रियता से प्रदेश में पी0सी0जे0एफ0 के नियत्रणाधीन समस्त सहकारी दुग्ध समितियों एवं दुग्धसंघों के माध्यम से 639.10 लाख लीटर दुग्ध का उर्पाजन किया जा रहा है। किसानों, एवं दुग्ध व्यवसायियों को समितियों से जोड़ने का सराहनीय कार्य किया जा रहा है। इसी प्रकार सरकार ने प्रदेश में रिकार्ड दुग्ध उत्पादन हेतु पूरे प्रदेश में पशुपालन विभाग के माध्यम से कामधेनु तथा मिनी कामधेनु डेरी इकाईयों की स्थापना में उल्लेखनीय योगदान दिया है। शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना को साकार करने के लिए ठोस व्यवस्था की गयी है जिसके सार्थक परिणाम आये हैं।
पशु पालन विभाग से प्राप्त सूचना के अनुसार प्रदेश में अब तक 100-100 गाय/भैसों 126 कामधेनु डेरी तथा 50-50 गाय/भैसों की 509 मिनी कामधेनु डेरियों की स्थापना की जा चुकी है जिनके माध्यम से प्रतिदिन 2.27 लाख लीटर दूध का उत्पादन किया जा रहा है।