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मुख्यमंत्री हरीश रावत को बैच लगाकर स्वागत करते हुएः शिक्षक संध के अध्यक्ष करनैल सिंह

उत्तराखंड
रूद्रपुर/देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा तृतीय द्विवार्षिक प्रान्तीय अधिवेश्न/शैक्षिक उन्नयन गोष्ठी का उद्घाटन एएनझा राजकीय इण्टर कॉलज रुद्रपुर में दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार अपने बजट का सबसे अधिक भाग अन्य प्रदेशों की तुलना में शिक्षा पर खर्च कर रही है,

ताकि प्रदेश के बच्चे शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना सकें। उन्होंने कहा शिक्षा की गुणवत्ता को बनाये रखने के लिए शिक्षक अपना पूरा योगदान दंे, ताकि शिक्षा का स्तर ऊंचा हो सके। उन्होंने कहा कि अभिवावकों को भीे बच्चों के भविष्य की सही दिशा देने के लिए अपना समय देना होगा ताकि बच्चों की नीव मजबूत हो सकें। उन्होंने कहा कि अगर उत्तराखण्ड को विकास की दौड में सम्मिलित होना है तो इसके लिए यहा के प्रत्येक नागरिक को कठिन परिश्रम करना होगा। उन्होंने कहा प्रदेष में 08 सरकारी सेक्टर के इंजीनियरिंग के कॉलेज खोले जायेगें। प्रदेश में ढाई लाख की आबादी पर एक पालीटेक्निक कॉलेज खोला जा रहा है। प्रदेश में प्राईमरी व हाईस्कूल की बहुत बडी संख्या है। अनुपात के आधार पर हम विद्यालय खोलने में उत्तर प्रदेश से भी आगे हैं।
अधिवेशन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य शिक्षक संघ द्वारा उन्हें आज जो 24 सूत्रीय ज्ञापन दिया गया है। इन मांगो को दृश्टिगत रखते हुयें 29 अथवा 30 सितम्बर को देहरादून में बैठक आयोजित की जायेगाी। बैठक में प्रदेश की वित्त मंत्री, शिक्षक संघ के पदाधिकारी व शिक्षा विभाग से जुडे अधिकारी उपस्थित रहेगें। उन्होंने कहा कि मांग पत्र के अनुसार जो मांगें पूर्ण होने लायक होगी उन पर विचार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के लिए एक कलेण्डर वर्ष में केन्द्र की भंाति न्यूनतम उपार्जित अवकाश देने के लिए समाधान निकाला जायेगा। उन्होंने कहा रमसा के अर्न्तगत केन्द्र सरकार से समय पर धनराशि न मिलने के कारण रमसा के अन्तर्गत विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों का वेतन नियमित रुप से नहीं दिया जा रहा है। इस मद में केन्द्र सरकार से धनराशि प्राप्त होते ही शिक्षकों को नियमित रुप से वेतन दे दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य पुरस्कार/राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों को एक वेतन वृद्वि का लाभ पूर्व की भांति दिये जाने हेतु प्रस्ताव लाया जायेगा।
अधिवेशन को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री/उच्च शिक्षा मंत्री डा0 (श्रीमती) इन्दिरा ह्द्येश ने कहा कि श्क्षिक संगठनों के साथ उनका लम्बा समय व्यतीत हुआ है। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि मांग वही रखनी चाहिए जो तर्कसंगत हो। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा संघ की जायज मांगों पर विचार किया जायेगा।
प्रदेश के सह प्रवक्ता संजय कपूर ने कहा कि बच्चों को शिक्षित करने में शिक्षक ही अह्म भूमिका निभाते हैं। प्रान्तीय अध्यक्ष करनेल सिंह ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए स्थानान्तरण नीति में कमियों को दूर करने का अनुरोध किया।

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