नई दिल्लीः केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (स्वतंत्र प्रभार), पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कल शिकायतों के समाधान के लिए शिकायतकर्ताओं से व्यक्तिगत रूप से फोन पर बातचीत की। श्री सिंह की यह पहल शिकायतकर्ताओं की समस्याओं के समाधान की पुष्टि करने और उनके संतोष स्तर को जानने के लिए समय-समय पर किये जाने वाले उनके प्रयासों का एक अंग है। मंत्री महोदय को कुछ शिकायतकर्ताओं से सहज प्रतिक्रियाएं भी मिलीं।
पशुपालन विभाग में कार्यरत नई दिल्ली के वेस्ट पटेल नगर के श्री संजय सती ने कहा कि वह इस अनुभव से अभिभूत हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें प्रशासनिक सुधार और शिकायत (एआरपीजी) विभाग के विभिन्न अधिकारियों से फोन आए हैं लेकिन उनकी संशोधित सुनिश्चित करियर में प्रगति से संबंधित शिकायत के समाधान को सुनिश्चित करने के लिए स्वयं मंत्री महोदय का फोन आया।
महाराष्ट्र के चैम्बूर में तिलक नगर से एक और शिकायतकर्ता श्री भरत सरमालकर ने कहा कि उसके पासपोर्ट के नवीनीकरण का मामला पिछले तीन माह से लंबित था और यह अद्भूत है कि जब उन्होंने एपीआरजी में अपनी शिकायत दर्ज कराई तो उन्हें कार्यालय से एक फोन आने के साथ न सिर्फ नवीन पासपोर्ट प्राप्त हुआ बल्कि अब स्वयं मंत्री जी ने उन्हें फोन किया है।
दिल्ली के हैदरपुर से श्री ज्ञान सिंह ने धन्यवाद देते हुए बताया कि डीडीए से एक स्टॉफ कार ड्राइवर के तौर पर सेवानिवृत होने के बाद से उन्हें सिर्फ अनंतिम पेंशन प्राप्त हो रही थी और सेवा के दौरान निलंबन अवधि के गैर-नियमितीकरण के कारण पेंशन लाभ से वंचित कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि एआरपीजी में शिकायत के बाद न सिर्फ उनके पेंशन लाभ जारी कर दिए गए बल्कि उन्हें एआरपीजी से इस संदर्भ में पुष्टि का एक फोन भी आया।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि पिछले दो वर्षों में सरकार के अंतर्गत शिकायत निवारण तंत्र को न सिर्फ सक्रिय कर दिया गया है बल्कि इसके माध्यम से सीधे शिकायतकर्ताओं तक पहुंचने का प्रयास भी किया गया है। उन्होंने कहा कि इसके परिणामस्वरूप वर्तमान सरकार से पहले 2 लाख शिकायतों की तुलना में पिछले दो वर्षों में संतोषजनक निवारण के कारण इन शिकायतों की संख्या 6 लाख से ज्यादा हो गई है।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि साप्ताहिक आधार पर शिकायतों के निवारण की स्थिति की समीक्षा के लिए एक तंत्र विकसित कर दिया गया है और प्रत्येक सप्ताह शिकायतों का निवारण 85 प्रतिशत से ज्यादा है। उन्होंने कहा कि 19 अगस्त, 2016 को सांय 6 बजे तक वर्तमान सप्ताह के अंतिम कार्यदिवस पर 16,890 शिकायतें प्राप्त हुई जिनमें से 16,414 अर्थात् 97 प्रतिशत शिकायतों का निपटारा कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिन समस्याओं का समाधान होना बाकि है इसके लिए कभी-कभी सोशल मीडिया पर भी याद दिलाया जाता है। इसके लिए वास्तविक रूप से समाधान न होने के या तो तकनीकी अथवा व्यक्तिपरक कारण होते हैं जो मौजूदा नियमों और विनियमों के अंतर्गत प्रतिक्रिया के योग्य नहीं हो सकते हैं।