नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय नाविक दिवस के अवसर पर केन्द्रीय नौवहन राज्य मंत्री श्री मनसुक मांडविया ने भारत में नाविकों की बेहतरी के लिए अनुकूल माहौल प्रदान करने की सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। इस अवसर पर अपने संदेश में उन्होंने कहा कि नाविक नौवहन उद्योग के गुमनाम नायक हैं, जिन पर वस्तुओं के लिए हर व्यक्ति, हर जगह पर निर्भर रहता है।
श्री मांडविया ने कहा कि नौवहन क्षेत्र का अभूतपूर्व 35 प्रतिशत विकास हुआ है और इस वर्ष भारतीय तथा विदेशी ध्वज पोतों पर अनेक भारतीय नाविकों को रोजगार मिला है। यह संख्या वर्ष 2017 में 154349 थी,जो 2018 में बढ़कर 208799 हो गई। यह संख्या 2013 की तुलना में दोगुनी है, जो उस समय केवल 1,03,835 थी।
उन्होंने कहा कि भारतीय नाविकों की संख्या में यह अभूतपूर्व वृद्धि पिछले चार वर्ष के दौरान सरकार द्वारा उठाए गए अनेक उपायों के कारण संभव हुई है, जिसमें नौवहन प्रशिक्षण के स्तर में सुधार, पोत पर प्रशिक्षण के अवसरों में वृद्धि, परीक्षा और प्रमाण पत्र प्रणाली में सुधार तथा ईज ऑफ बिजनेस की सुविधा शामिल है।