देहरादून: पुलिस लाईन देहरादून में दिनांक 01.06.2015 से 27.06.2015 तक राज्य के बम निरोधक दस्ते हेतु भारत सरकार गृह मंत्रालय के द्वारा एनएसजी मानेसर के माध्यम से प्रस्तावित कैपिसिटी बिल्डिग कोर्स का समापन राज्य के पुलिस महानिदेशक श्री बी0एस0 सिद्धू द्वारा किया गया। बीडीएस कर्मियों ने पुलिस महानिदेशक के समक्ष विस्फोटक को तलाशने व उन्हें निष्क्रिय करने का उत्कृष्ट प्रदर्शन प्रस्तुत किया।
एनएसजी के उपमहानिरीक्षक ब्रिगेडियर सुरेन्द्र मेहता ने अपने सम्बोद्धन में कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कर्मियों को विस्फोटको की जानकारी विस्फोटको को निष्क्रिय करने की विधियों आई0ई0डी0 आदि के संबन्ध में विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की गई तथा एनएसजी के प्रशिक्षकांे की देखरेख में प्रैक्टिकल प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त कर्मियों को एन्टी सबोटाज चैकिंग के तरीकों की भी जानकारी प्रदान की गई। साथ ही विस्फोटक सामग्री मिलने व एन्टी सबोटाज चैकिंग के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताया गया।
श्री बी0एसा0 सिद्धू पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड ने अपने सम्बोद्धन में प्रशिक्षण प्रदान करने वाली एनएसजी टीम का आभार व्यक्त करते हुए आशा व्यक्त की कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान बीडीएस टीम के कर्मियो कार्यकुशलता में गुणात्मक वृद्धि होगी। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि वर्तमान में विश्वभर के देश आतकंवादियों द्वारा किये जाने वाले बम विस्फोट की घटनाओं से जूझ रहे है तथा इस पर नियन्त्रण करने के लिए विभिन्न तकनीकि उपाय कर रहे है। आज कल बम व आई0ई0डी0 आतकंवादियों के प्रमुख हथियार बन गये है क्योकि इनको लाना व ले जाना व छिपाना अत्यन्त आसान हो गया है। उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले कर्मियों से कहा कि आप अपने कार्यो को लगन व निष्ठा से करे क्योकि आपके द्वारा सैकडो व्यक्तियों की जीवन रक्षा की जा सकती है। एनएसजी द्वारा किया गया प्रशिक्षण आगामी अर्द्ध कुम्भ को दृष्टिगत रखते हुए एक महत्वपूर्ण भूमिका रखता है तथा उपरोक्त प्रशिक्षण के उपरान्त कर्मियों में आत्मविश्वास और तकनिकी के साथ काम करने का हुनर बढा है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्य की बीडीएस की 03 टीमों (देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर) व एन्टी सबोटाज की तीन टीमों (पिथौरागढ, नैनीतील, चमोली,) के 26 व जनपद रूद्रप्रयाग, नैनीताल व हरिद्वार एवं चमोली जनपद के 10 कुल 36 कर्मियों जिनमें उपनिरीक्षक – 05, हैड कानि0 – 16, व आरक्षी – 15 द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया। पुलिस महानिदेशक ने प्रशिक्षण में उच्च कोटि का प्रदर्शन करने के लिए मुख्य आरक्षी देवेन्द्र सिंह बीडीएस हरिद्वार, मुख्य आरक्षी बीडीएस विनोद कापडी देहरादून, मुख्य आरक्षी कंचन पडलिया बीडीएस उधमसिंह नगर, को क्रमशः प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने पर पुरस्कृत किया तथा सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किये।
उक्त प्रशिक्षण को सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने हेतु पुलिस मुख्यालय से पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून श्री पुष्पक ज्योति को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था तथा मुख्यालय स्तर से प्रशिक्षण को सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने हेतु निरीक्षक श्री कमलेश पन्त, प्रभारी बम निरोधक दस्ता मुख्यालय, उत्तराखण्ड पुलिस मुख्यालय देहरादून को प्रशिक्षण प्रभारी व निरीक्षक श्री रमेश चन्द्र गैरोला, बम निरोधक दस्ता देहरादून को कार्यकारी प्रभारी बनाया गया था।
उक्त प्रशिक्षण में एनएसजी हरियाणा मानेसर से आये तीन प्रशिक्षकों द्वारा देश के एक्टिव आतंकवादी गु्रप की जानकारी उनके काम करने का तरीका, एक्सपलोसिव की आम जानकारी, एक्सपलोसिव की हैण्डलिंग, आतंकवादी ग्रुप द्वारा वर्तमान समय में इस्तेमाल की जाने वाली आई0ई0डी0 (बम की जानकारी), एण्टी सबोटाज चैकिंग की जानकारी, आई0ई0डी0 बम मिलने पर की जाने वाली निरोधक कार्यवाही के बारे में बताया गया तथा प्रैक्टिकल कराया गया।
उक्त प्रशिक्षण में अभ्यास के क्रम में आई0एस0बी0टी0 देहरादून पर मिले लावारिस वस्तु (बम) के साथ प्रशिक्षण के दौरान सिखाई गई पूरी कार्यवाही की गई। जहा पर कार्यक्रम के दौरान श्री पी0वी0के0 प्रसाद पुलिस महानिरीक्षक प्रशिक्षण मुख्यालय, श्री जी0एन0 गोस्वामी पुलिस महानिरीक्षक मोर्डनाइजेशन, श्री संजय गुन्जयाल, पुलिस महानिरीक्षक गढवाल परिक्षेत्र, श्री एस0के0 शुक्ला पुलिस उपमहानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था, श्री मोहन सिंह बंगयाल पुलिस उपमहानिरीक्षक अभिसूचना/सुरक्षा, पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून श्री पुष्पक ज्योति, आदि उपस्थित रहें।