नई दिल्ली: पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के लिए गठित सांसदों की सलाहकार समिति की बैठक 9 नवंबर 2016 को नई दिल्ली में आयोजित की गई। इस बैठक में निम्नलिखित माननीय सदस्यों ने हिस्सा लिया।
- श्री हरिंदर सिंह खालसा
- डॉ. किरीट प्रेमजीभाई सोलंकी
- श्री क्रुपाल बालाजी तुमाने
- श्री मुरली मोहन मगंती
- श्री नंदी येलैया
- श्री नरसिम्हम थोटा
- श्री नित्यानंद राय
- श्री सत्य पाल सिंह
- डॉ. रवींद्र बाबू पांडुला
- कर्नल (रि.) सोनालाल चौधरी
- श्री तमरध्वज साहू
- श्री अमर सिंह
- श्री रवि प्रकाश वर्मा
- श्री एसआर बालासुब्रह्मण्यन
बैठक के दौरान ‘‘गैस अर्थनीति को प्रोत्साहन’’ विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। सदस्यों ने देश में गैस के इस्तेमाल को प्रोस्ताहित करने को लेकर कीमती सुझाव दिए। बैठक की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस बात पर जोर दिया कि भारत एक तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था है और इस तेजी की वजह से प्राकृतिक गैस और प्राथमिक ऊर्जा के दूसरे स्रोतों का उपभोग में तेजी के संकेत मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक गैस के उपभोग में वृद्धि को ध्यान में रखकर नीति बना रही है और इसके लिए जरूरी निवेश को इस दिशा में प्रोत्साहित कर रही है ताकि आधारभूत संरचना का विस्तार किया जा सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश की ऊर्जा जरूरतों में गैस का योगदान 6.5% है। सरकार अगले कुछ सालों में इस हिस्सेदारी को बढ़ाकर 15% तक करने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने इस दिशा में उठाए गए कुछ महत्वपूर्ण कदमों की ओर भी ध्यान दिलाया, जैसे- देश के पूर्वी हिस्सों के शहरों में गैस वितरण नेटवर्क मजबूत करने और ऊर्जा के अपरंपरागत स्रोतों का उपयोग करने के लिए नेशनल गैस ग्रीड, ऊर्जा गंगा की स्थापना।
6 comments