नई दिल्लीः विश्व पर्यावरण दिवस 2018 के अवसर पर रेल मंत्रालय के पीएसयू आईआरसीटीसी ने नई दिल्ली से संचालित होने वाली 8 चुनिंदा शताब्दी और राजधानी ट्रेनों में पर्यावरण के अनुकूल खोई आधारित डिब्बाबंद भोजन की शुरूआत की है। रेलवे के हरित कार्यक्रम के तहत इन ट्रेनों में यात्रियों को रेलवे द्वारा प्रदान किया जाने वाला भोजन अब पॉलिमर के बजाय पर्यावरण के अनुकूल डिस्पोजेबल प्लेट (कंपोस्टेबल कंटेनर) में परोसा जाएगा।
इस नई पहल के साथ आईआरसीटीसी ने स्वच्छ और हरित भारत के प्रति अपनी वचनबद्धता की पुष्टि की है और इसे हासिल करने के लिए इस दिशा में एक छोटा सा कदम उठाया है। गन्ने का रस निकालने के बाद जो रेशेदार अवशेष रह जाता है उसका उपयोग डिस्पोजेबल कटलरी और कंटेनर बनाने के लिए किया जा रहा है, जिसमें भोजन परोसा जाएगा। प्रयुक्त पैकेजिंग को एकत्र करने का प्रावधान किया जाएगा जिसका बाद में पर्यावरण स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए कंपोस्टिंग के माध्यम से निपटान किया जाएगा।
शुरुआती चरण के बाद, गैर-जैव-अपरिवर्तनीय सामग्री के व्यवहारिक विकल्प के रूप में खोई आधारित डिब्बाबंद भोजन का प्रयोग आने वाले महीनों में आईआरसीटीसी द्वारा संचालित होने वाली सभी राजधानी, शताब्दी और दुरंतों रेलागाड़ियों में किया जाएगा।