नई दिल्ली: युवा और खेल मंत्रालय ने ओरियंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड को अपनी टॉरगेट ओलंपिक पोडियम (टीओपी) योजना के तहत अपना बीमा भागीदार नामित किया है। बीमा भागीदार नामित करने के इस कदम को खेल विभाग ने पहली बार उठाया है। यह कदम निजी और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों से खेलों के लिए अपनी सीएसआर पहलों के अधीन सहायता प्राप्त करने की योजना का एक हिस्सा है। ओरिएंटल इंश्योरेंस के अध्यक्ष एवं महानिदेशक डॉ. ए के सक्सेना ने खेल सचिव श्री अजीत एम शरण को खिलाडि़यों के बीमा प्रीमियम राशि की प्रतिपूर्ति के लिए एनएसडीएफ में सीएसआर के रूप में अपने प्रारंभिक योगदान के लिए 5.8 लाख रुपये का चेक दिया। टारगेट ओलंपिक पोडियम के लिए जब और अधिक खिलाडि़यों को अनुबंधित किया जायेगा तो मंत्रालय उनकी बीमा पॉलिसी लेगा और ओरिएंटल इंश्योरेंस एनएसडीएफ में सीएसआर के रूप में प्रीमियम राशि की प्रतिपूर्ति करेगा।
मंत्रालय ने 2016 तक टीओपी योजना के अधीन खिलाडि़यों के इंडोर इलाज के लिए 10 लाख तक और दुर्घटना के कारण मृत्यु या स्थायी विकलांगता होने के मामले में 50 लाख रु के बीमे के लिए खिलाडि़यों को बीमे की सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों से निविदाएं मांगी थी। सबसे अच्छा प्रस्ताव ओरिएंटल इंश्योरेंस का था जिसमें एनएसडीएफ में सीएसआर की उस प्रीमियम राशि का योगदान करने का निर्णय लिया था, जो कथित बीमा कवर के लिए एनएसडीएफ ओरिएंटल इंश्योरेंस को अदा करती है। इस कथित बीमा कवर पर सरकार को कुछ खर्च नहीं करना पड़ेगा।
आईआईएफसीएल के बाद अब ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड सरकार की टीओपी योजना में मदद करने के लिए आगे आई है। आईआईएफसीएल ने इससे पूर्व 30 करोड़ रूपये (तीन साल के लिए हर वर्ष 10 करोड़ रुपये) का योगदान करने के लिए मंत्रालय के साथ समझौते ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। मंत्रालय ने सामान्य और विशिष्ट खेल विधाओं और राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता हासिल करने के लिए व्यक्तिगत खिलाडि़यों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय खेल विकास निधि (एनएसडीएफ) की स्थापना की थी।
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