लखनऊ: लघु सिंचाई विभाग के विभिन्न योजनाओं और कार्यकलापों की प्रगति की समीक्षा हेतु समस्त जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की गयी बैठक में मा0लघु सिंचाई मंत्री श्री महबूब अली द्वारा इस बात पर बल दिया गया कि सभी अधिकारियों द्वारा इस वित्तीय वर्श हेतु आवंटित लक्ष्यों की पूर्ति 31 जनवरी 2017 तक अवष्य पूरी कर ली जाये। उनके द्वारा यह भी आष्वासन दिया गया कि अधिकारियों की व्यक्तिगत समस्याओं का यथा सम्भव निदान भी किया जायेगा, परन्तु सभी अधिकारी तत्परता से कार्य करें।
विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुये डा0 अनिता भटनागर जैन, प्रमुख सचिव, लघु सिंचाई विभाग द्वारा यह निर्देषित किया गया कि विभिन्न प्रकार के नलकूपों की प्रगति में केवल बोरिंग की प्रगति दिखाना पर्याप्त नहीं है। ऊर्जीकरण की प्रगति अलग से दर्षायी जाये। गत 02 वर्शों के ऊर्जीकरण हेतु षेश नलकूपों की साप्ताहिक समीक्षा की जाये। इसके साथ ही कई योजनाओं में पाइप की आपूर्ति भी होनी है। दोनो बिन्दुओं की समीक्षा साप्ताहिक रूप से सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा की जाय।
प्रमुख सचिव द्वारा यह भी अपेक्षा की गयी कि समस्त अधीक्षण अभियन्ता अपने अधीनस्थ अवर अभियन्ता व सहायक अभियन्ता की योजनावार कार्यो की व उनके दैनिक भ्रमण के सम्बन्ध में भी साप्ताहिक रूप से समीक्षा करें। यद्यपि की दैनिक डायरी रखने की व्यवस्था है परन्तु सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा उसका अनुपालन नहीं किया जा रहा है।
सामूहिक नलकूप योजना के अन्तर्गत बनाये गये समूहांे केे रजिस्टर पर भ्रमण के दौरान सम्बन्धित अधिकारी हस्ताक्षर करेगें। इस योजनान्तर्गत खराब प्रगति के 12 जनपदों के अधिषासी अभियन्ताओं क्रमषः बरेली, बदांयू, मुरादाबाद, अमरोहा, रायबरेली, उन्नाव, इटावा, चन्दौली, जौनपुर, सुल्तानपुर, जालौन व हमीरपुर को चेतावनी निर्गत की गयी । चेकडैम की समीक्षा में वर्श 2015-16 के 47 चेकडैम अभी भी अपूर्ण है इस कार्य को 15 दिसम्बर 2016 तक पूर्ण कराने के निर्देष दिये गये। ट्राइबल सबप्लान योजनान्तर्गत अभी तक प्रस्ताव उपलब्ध न कराने के सम्बन्ध में असन्तोश व्यक्त करते हुये 17.11.2016 तक प्रस्ताव प्रेशित करने की अपेक्षा की गयी । विभिन्न योजनान्तर्गत जनपद झांसी व झांसी मण्डल की नगण्य प्रगति को दृश्टिगत रखते हुये वहां के सहायक अभियन्ता व अधिषासी अभियन्ता को चेतावनी निर्गत की गयी।
यह अपेक्षा की गयी कि गांव मे करायी गयी निषुल्क बोरिंग के सम्बन्ध में जनसामान्य को जानकारी होनी चाहिए। निषुल्क बोंरिग जमीन के नीचे होती है । अतः गांववार करायी गयी बोरिंग की संख्या व उसमें अद्यावधिक वर्श में जो नयी बोरिंग करायी जाये उसकी सूचना जोड़ते हुये जनसामान्य को अवगत कराने व सोषल आडिट हेतु प्रस्ताव उपलब्ध कराये जाये।
विभाग में 10 वर्श से अधिक अवधि के उपकरणो को निश्प्रयोज्य कराने की कार्यवाही नहीं की गयी है जिसके बारे में सुस्पश्ट समय सारिणी बनाकर नियमानुसार कार्यवाही की जाये। लघुसिंचाई कार्यो की पंचम संगणना की डेटा इंट्री की प्रगति अत्यन्त मंथर और अभी तक केवल 42 प्रतिषत कार्य हुआ है। इस सम्बन्ध में दैनिक समीक्षा हेतु प्रारूप निर्धारित किया गया और यह अपेक्षा की गयी कि कार्यरत आपरेटरों व उनके मानक दृश्टिगत रखते हुये प्रतिदिन कार्य कराया जाये। इस कार्य की दैनिक समीक्षा षासन स्तर पर की जायेगी। बैठक में प्रमुख सचिव के अलावा विषेश सचिव लघु सिंचाई श्री राजीव रौतेला , मुख्य अभियन्ता लघुसिंचाई श्री पी0आर0चैरसिया सहित षासन व मुख्यालय के विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।
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