पुलवामा हमले को लेकर भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के बालाकोट पर हवाई हमला करने वाले जाबांज पायलटों को भारत सरकार ने वीरता पदक देने की घोषणा की थी। सम्मानित होने वालों में आईएएफ की स्क्वाड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल भी शामिल है। उन्होंने बालाकोट एयर स्ट्राइक में उड़ान नियंत्रक की भूमिका निभाई थी। वीरता पदक से सम्मानित होने वाली आईएएफ की स्क्वाड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल ने बताया कि वह इस पदक को पाकर वह बहुत गौरवान्वित महसूस कर रही है।
Minty Agarwal, IAF Squadron leader: From the time Wing Commander Abhinandan was airborne I was the one who was providing him the air situation picture. The situation awareness was passed by me to him about the posture of enemy aircraft. (2/2) https://t.co/JZ8MlSkhU8
— ANI (@ANI) August 15, 2019
मिंटी अग्रवाल ने बताया कि जब हमने बालाकोट मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। उसके बाद से ही हमे इस बात का अंदेशा था कि पाकिस्तान की तरफ से जवाबी कार्रवाई की जाएगी। जिसके लिए हम पहले से ही तैयार थे, और उन्होंने केवल 24 घंटों में भी जवाबी कार्रवाई की।
मिंटी अग्रवाल ने बालाकोट मिशन को लेकर आगे बताया कि हमारे पास रक्षा के लिए कुछ विमान पहले से ही थे और फिर जब पाकिस्तान की तरफ से कार्रवाई की गई तो हमने इन विमानों को भी मुकाबले के लिए उतार दिया। पाकिस्तानी लड़ाकू विमान हमले के इरादे से आए थे। लेकिन हमारे पायलटों, नियंत्रकों और टीम की कुशलता के चलते हमने उनका मिशन विफल कर दिया।
आईएफ स्क्वाड्रन लीडर ने बताया कि एफ16 की कमान विंग कमांडर अभिनंदन ने लिया था। यह बहुत नाजुक स्थिति थी। दुश्मन के कई लड़ाकू विमान थे लेकिन हमारे लड़ाकू विमानों ने डटकर उनका मुकाबला किया। Source अमर उजाला