नई दिल्ली: मिशन सागर के अंग के रूप में, भारतीय नौसेना के पोत केसरी ने 31 मई 2020 को कोमोरोस के मोरोनी बंदरगाह में प्रवेश किया। भारत सरकार इस कठिन समय में मित्र देशों को कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए सहायता प्रदान कर रही है और इसी कड़ी में आईएनएस केसरी कोमारोस के लोगों के लिए कोविड संबंधित आवश्यक दवाईयों की एक खेप ले जा रहा है।
इसके अलावा, एक 14-सदस्यीय विशेषज्ञ चिकित्सा दल जिसमें भारतीय नौसेना के चिकित्सक और चिकित्सा सहायक शामिल हैं, कोमोरोस में अपने समकक्षों के साथ कार्य करने के लिए इस पोत पर उपस्थित हैं, और साथ ही वे कोविड-19 और डेंगू बुखार के उपचार के लिए भी सहायता प्रदान कर रहे हैं। इस चिकित्सा दल में चिकित्सा और सामुदायिक विशेषज्ञ और एक पैथोलॉजिस्ट शामिल हैं।
भारत सरकार से कोमोरोस सरकार को दवाइयां सौंपने का एक आधिकारिक समारोह 31 मई 2020 को आयोजित किया गया। इस समारोह में कोमोरोस की महामहिम श्रीमती लूब याकूत जाईडू, स्वास्थ्य, एकता, सामाजिक संरक्षण और जेंडर संवर्धन मंत्री शामिल हुए। भारतीय पक्ष का प्रतिनिधित्व भारतीय नौसेना पोत केसरी के कमांडिंग ऑफिसर, कमांडर मुकेश तायल और कोमोरोस में भारत के राजदूत श्री सगीर सैम ने किया था। ।
कोमोरोस और भारत में सदैव करीबी और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे है और वे क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों के मामले में समानताएं रखते हैं। भारत सरकार की ओर से कोमोरोस को वर्तमान में जारी कोविड-19 महामारी और डेंगू बुखार के मद्देनजर सहायता प्रदान की गई है। ‘मिशन सागर’ कोविड-19 महामारी और इससे उत्पन्न कठिनाइयों से लड़ने के लिए दोनों देशों के बीच विद्यमान उत्कृष्ट संबंधों पर आधारित है। यह तैनाती हमारे प्रधानमंत्री की परिकल्पना सभी क्षेत्रों के लिए सुरक्षा और विकास (सागर)’ को प्रतिबिंबित करती है और भारत द्वारा आईओआर में देशों के साथ संबंधों के महत्व को रेखांकित करती है। यह अभियान भारत सरकार के रक्षा और विदेश मंत्रालयों के साथ देश की अन्य एजेंसियों के साथ निकट समन्वय के साथ प्रगति पर है।