नई दिल्ली: बीजेपी ने लोकसभा चुनाव की तर्ज पर ही यूपी का विधानसभा चुनाव लड़ने की रणनीति बनाई है। पार्टी ये भी चाहती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव तक हर महीने यूपी में किसी कार्यक्रम या रैली में हिस्सा लें। पिछले एक साल में पीएम दस से भी अधिक बार यूपी में किसी न किसी कार्यक्रम या रैली में हिस्सा लेने गए हैं। अपनी सरकार के दो साल पूरे होने पर सहारनपुर की रैली में उन्होंने ये कह कर पार्टी की चुनावी रणनीति की ओर इशारा कर दिया था कि वो यूपी वाले हैं। इससे ठीक पहले पीएम ने बलिया में उज्ज्वला कार्यक्रम की शुरुआत की थी।
इस महीने 12 और 13 जून को इलाहाबाद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक भी इसी मिशन यूपी का हिस्सा है। बीजेपी नेताओं के मुताबिक प्रधानमंत्री 13 जून को इलाहाबाद में एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगे। संभावना है कि पीएम अगले महीने अपने संसदीय क्षेत्र बनारस का दौरा करें।
पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने यूपी का विधानसभा चुनाव उसी रणनीति से लड़ने का फैसला किया है जो उन्होंने पार्टी महासचिव रहते हुए लोकसभा चुनाव में अपनाई थी। तब उनकी अगुआई में बीजेपी ने यूपी की 80 में से 71 सीटें जीती थीं जबकि सहयोगी अपना दल को दो सीटें मिली थीं। बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं से जीवंत संवाद इस रणनीति का अहम हिस्सा था और इस बार भी शाह वैसा ही करेंगे।
वो खुद बूथ लेवल पर सक्रिय करीब सवा लाख पार्टी कार्यकर्ताओं से संपर्क स्थापित करेंगे। इसके अलावा शाह और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह हर महीने कई कार्यक्रमों और रैलियों में अलग-अलग हिस्सा भी लेंगे। पार्टी ने यूपी को छह क्षेत्रों में बांटा है और हर क्षेत्र में बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
अमित शाह कह चुके हैं कि बीजेपी का मुक़ाबला समाजवादी पार्टी से है। लिहाजा पार्टी की रणनीति सपा को निशाने पर रख कर ही बनाई गई है। मथुरा की घटना के बाद शाह ने सपा सरकार और ख़ासतौर से शिवपाल यादव पर इसी रणनीति के तहत निशाना साधा था।
पार्टी का कहना है कि सीएम उम्मीदवार घोषित करने के बारे में अभी चर्चा चल रही है। सितंबर तक इस बारे में फैसला होने की संभावना है। पार्टी यूपी के सीएम रह चुके वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री की अगुआई में प्रचार समिति बनाने पर भी विचार कर रही है। बीजेपी का मानना है कि ग्रामोदय से भारतोदय और विकास पर्व जैसे कार्यक्रमों से उसे फायदा पहुंचा है। इससे ज़मीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं को जोड़ने में मदद मिली है।