नई दिल्ली: नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) ने आज प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (प्रधानमंत्री-कुसुम) योजना के तहत पंजीकरण का दावा करने वाले फर्जी वेबसाइटों के खिलाफ नए परामर्श जारी किये। हाल में देखा गया है कि दो नई वेबसाइटों ने अवैध रूप से पीएम-कुसुम योजना के लिए पंजीकरण पोर्टल होने का दावा किया है। उक्त वेबसाइटों के वेब पते https://kusum-yojana.co.in/ और https://www.onlinekusumyojana.co.in/ हैं। इन वेबसाइटों के पीछे शरारती लोग आम जनता को धोखा दे रहे हैं और इन फर्जी पोर्टल्स के माध्यम से आम लोगों के डेटा का दुरुपयोग कर रहे हैं। एमएनआरई इन वेबसाइटों को संचालित करनेवालों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। मंत्रालय द्वारा सभी संभावित लाभार्थियों और आम जनता को सूचित किया जाता है कि इन वेबसाइटों पर पैसा जमा करने या डेटा देने से बचें।
इसके अलावा, समाचार पोर्टलों को, डिजिटल या प्रिंट प्लेटफॉर्म पर प्रकाशन से पूर्व उन वेबसाइटों की प्रामाणिकता की जांच करने की भी सलाह दी जाती है जो सरकारी योजनाओं के लिए पंजीकरण पोर्टल होने का दावा करते हैं।
उल्लेखनीय है कि एमएमआरई-कुसुम योजना के लिए प्रशासनिक स्वीकृति एमएनआरई द्वारा 08 मार्च, 2019 को जारी की गई थी। योजना के कार्यान्वयन के लिए दिशानिर्देश 22 जुलाई, 2019 को जारी किए गए थे। इस योजना में सौर पंपों की स्थापना, मौजूदा ग्रिड से जुड़े कृषि पंपों का सौर पंप में बदलना और ग्रिड से जुड़े नवीकरणीय बिजली संयंत्रों की स्थापना के प्रावधान हैं। योजना के शुभारंभ के बाद, यह देखा गया है कि कुछ वेबसाइटों ने पीएम-कुसुम योजना के लिए पंजीकरण पोर्टल होने का दावा किया है। आम जनता को किसी भी नुकसान से बचाने के लिए, एमएनआरई ने पहले 18 मार्च, 2019 और 03 जून, 2020 को सलाह जारी किये थे। लाभार्थियों और आम जनता को ऐसी वेबसाइटों पर पंजीकरण शुल्क जमा नहीं करने और अपना डेटा साझा नहीं करने की सलाह दी गयी थी।
मंत्रालय द्वारा सभी हितधारकों को सूचित किया जाता है कि संबंधित राज्यों में कार्यान्वयन एजेंसियों के माध्यम से पीएम-कुसुम योजना लागू की जा रही है। इन एजेंसियों का विवरण एमएनआरई की वेबसाइट www.mnre.gov.in पर उपलब्ध है। एमएनआरई अपनी किसी भी वेबसाइट के माध्यम से योजना के तहत लाभार्थियों को पंजीकृत नहीं करता है और इसलिए इस योजना के लिए एमएनआरई के पंजीकरण पोर्टल होने का दावा करने वाला कोई भी पोर्टल निश्चित रूप से भ्रामक और फर्जी है। यदि कोई व्यक्ति किसी संदिग्ध या फर्जी वेबसाइट को देखता है तो वह इसकी सूचना एमएनआरई को दे सकता है।
योजना में भागीदारी के लिए पात्रता और कार्यान्वयन प्रक्रिया से संबंधित जानकारी एमएनआरई की वेबसाइट www.mnre.gov.in पर उपलब्ध है। इच्छुक व्यक्ति एमएनआरई की वेबसाइट से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं या हेल्प लाइन नंबर 1800-180-3333 (टोल फ्री) पर कॉल कर सकते हैं।