नई दिल्ली: केंद्रीय शिपिंग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा रसायन व उर्वरक राज्य मंत्री श्री मनसुख
मांडविया ने कहा कि सरकार, देश के पूर्वोत्तर राज्यों की नदियों में यात्रियों के आवागमन तथा अन्य उपयोग के लिए जलमार्ग विकसित करने हेतु प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि वॉपकोस अंतर्राजयीय-जलमार्गों में किफायती दर पर फेरी सेवा प्रदान करने से संबंधित परियोजनाओं के लिए मॉडल डीपीआर तैयार कर रहा है। भारत अंतर्राज्यीय जलमार्ग प्राधिकरण परियोजना के कार्यान्वयन में इस मॉडल डीपीआर का उपयोग कर सकता है।
श्री मांडविया ने कहा कि अंतराज्यीय जलमार्ग पूर्वोत्तर राज्यों के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है क्योंकि इन राज्यों में सड़क मार्ग लंबे व घुमावदार हैं और यात्रा में काफी वक्त लगता है। परिवहन में आसानी के अलावा जलमार्ग परियोजनाओं से स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन की भी काफी संभावनाएं हैं।