लखनऊ: सी॰एस॰आई॰आर॰.भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थानए लखनऊ में महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ;एम॰पी॰सी॰बी॰द्ध की केंद्रीय तथा क्षेत्रीय प्रयोगशालाओं के वैज्ञानिक अधिकारियों एवं सहायकों के लिए एक पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आज दिनाँक 23 सितम्बरए 2016 को सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में श्आधुनिक उपकरणीय विश्लेषणात्मक तकनीकरू पर्यावरण के क्षेत्र में प्रयोगश् विषय पर संस्थान के वैज्ञानिकों ने व्याख्यानों द्वारा तथा प्रयोगशाला में पर्यावरणीय प्रदूषकों विश्लेषण के कार्य को करके प्रतिभागियों को प्रशिक्षण प्रदान किया। प्रतिभागियों को वायुए जल एवं अन्य पर्यावरणीय प्रदूषकों के नमूनों को सही विधियों द्वारा एकत्र करनेए नमूनों को उचित प्रकार के बोतलों या पालिथीन के थैलों में उचित तापमान इत्यादि पर प्रयोगशाला तक लाने के तरीके बताए गएए ताकि नमूने बिना किसी क्षय के प्रयोगशाला तक पहुँच सकें। प्रयोगशाला में इन नमूनों को विश्लेषण हेतु किस प्रकार तैयार किया जाए कि आधुनिक उपकरणों द्वारा इनके विश्लेषण से इन नमूनों में पाये जाने वाले प्रदूषकों का सही मापन सुनिश्चित किया जा सकें। साथ ही साथ यह भी बताया गया कि विश्लेषण की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने हेतु एन॰ए॰बी॰एल॰ के मानकों के अनुसार आवश्यक क्वालिटी एश्यूरेंस तथा क्वालिटी कंट्रोल ;फ।ध्फब्द्ध को दैनिक प्रयोगशाला के संचालन में किस प्रकार से लागू किया जाए।
सी॰एस॰आई॰आर॰.भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थानए लखनऊ औद्योगिक तथा शहरी प्रदूषण और स्वास्थ्य जोखिम जैसे विभिन्न पर्यावरणीय अध्ययनों को करता रहा है। जिनके आधार पर शासकीय नियामक संस्थाओं ने विकास सम्बंधी अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। संस्थान के पास जल तथा वायु गुणवत्ता मापन तथा अति.आधुनिक विश्लेषणात्मक तकनीक युक्त उपकरण उपलब्ध हैंए जो कि टोक्सिक ट्रेस मेटल्सए बेन्जीनए बेन्ज़ो.ए.पाइरीन तथा कीटनाशकों की अतिशूक्ष्म मात्रा का मापन करने में सक्षम हैं। संस्थान के पास रसायनिक तथा जैवविज्ञान विश्लेषण के क्षेत्र में एन॰ए॰बी॰एल॰ का प्रत्यायन भी है। संस्थान ने विगत वर्षों में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्डए अनेक राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्डोए सरकारी संस्थाओं और विभिन्न औद्योगिक संस्थाओं के वैज्ञानिक सहायकों तथा कर्मचारियों हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए हैं।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम मे भाग लेने वाले प्रतिभागी एम॰पी॰सी॰बी॰ की नवी मुंबई स्थित केंद्रीय प्रयोगशाला तथा ठाणेए औरंगाबादए नासिकए नागपुर और चंद्रपुर स्थित क्षेत्रीय प्रयोगशालाओं में वैज्ञानिक अधिकारी एवं सहायक के पद पर कार्यरत हैं जो कि अपनी प्रयोगशालाओं में पर्यावरणीय नमूनों के विश्लेषण कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। एम॰पी॰सी॰बी॰ की प्रयोगशालाओं में पर्यावरणीय प्रदूषकों के विश्लेषण हेतु आवश्यक आधुनिक उपकरण एवं सुविधाएं इत्यादि तो उपलब्ध हैं परंतु इनके द्वारा गुणवत्ता मापदंडों के अनुसार विश्लेषण करने हेतु प्रयोगशाला के वैज्ञानिकों को प्रशिक्षण की आवश्यकता थी। अतः इन प्रतिभागियों के विश्लेषणात्मक कार्य कौशल को और निखारने हेतु एम॰पी॰सी॰बी॰ द्वारा इस संस्थान को यह प्रशिक्षण कार्यक्रम करने की ज़िम्मेवारी दी गई। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम दो चरणों मे आयोजित किया गया जिसमें एम॰पी॰सी॰बी॰ के कुल 19 वैज्ञानिक अधिकारी तथा सहायक प्रशिक्षित किए गए जो कि अब अपनी प्रयोशालाओं मे अपने सहकर्मियों को इस कार्यक्रम में सीखी गई विधियों से अवगत कराएंगे तथा बोर्ड की प्रयोगशालाओं में होने वाले वाले विश्लेषण कार्यों की उच्च गुणवत्ता को सुनिश्चित करेंगे। इस कार्यक्रम में प्रशिक्षित प्रतिभागी अपनी प्रयोगशालाओं मे एक प्रशिक्षक का कार्य करने में भी सक्षम होंगे।