नई दिल्ली: बुजुर्गो को अब सुरक्षा सहित अपनी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए भटकना नहीं पड़ेगा. उनकी एक कॉल पर ही सारी मदद मिलेगी. बुजुर्गो का ख्याल रखने में जुटी सरकार ने उन्हें लेकर एक और बड़ा कदम बढ़ाया है. इसके तहत बुजुर्गो को लेकर एक हेल्प लाइन नंबर जारी करेगी. इसकी तैयारी शुरु हो गई है. इसके अप्रैल तक शुरु होने की उम्मीद है. हालांकि शुरूआत के कुछ महीनों तक इसे ट्रायल के तौर पर रखा जाएगा.
बुजुर्गो तक सीधी मदद पहुंचाने में जुटी सरकार
बुजुर्गो तक सीधी मदद पहुंचाने में जुटी सरकार फिलहाल जो योजना बनाई है इसके तहत बुजुर्गो के लिए काम कर रही सभी सरकारी एजेंसियों और एनजीओ को कॉल सेंटर से जोड़ा जाएगा. ऐसे में कोई भी कॉल मिलने पर उसे तुरंत उस क्षेत्र में काम करने वाली एजेंसी और एनजीओ को ट्रांसफर किया जाएगा. इसके साथ ही उसे पूरा करने की एक समय सीमा भी तय की जाएगी.
हेल्पलाइन नंबर से बुजुर्गो को काफी लाभ मिलेगा
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक इस क्षेत्र में काम करने वाली आईटी क्षेत्र की कंपनियों से इसे लेकर संपर्क साधा गया है. कई कंपनियां ने रूचि दिखाई है. फिलहाल मंत्रालय ने इसे अप्रैल 2020 तक तैयार करने का लक्ष्य रखा है. मंत्रालय के मुताबिक अब तक बुजुर्गो के लिए कोई भी हेल्पलाइन नंबर नहीं है. ऐसे में इसके शुरु होने से बुजुर्गो को काफी लाभ मिलेगा.
देश में हैं करीब 15 करोड़ बुजुर्ग
बुजुर्गो की देखरेख को लेकर सरकार ने यह रूझान तब दिखाया है, जब देश में इनकी संख्या तेजी से बढ़ रही है. मौजूदा समय में देश में करीब 15 करोड़ बुजुर्ग है जो साठ साल की आयु पूरी कर चुके है. मंत्रालय की ओर से बुजुर्गो के लिए इसके साथ ही और भी कई योजनाएं संचालित की जा रही है.
बुढ़ापे से जुड़ी जरूरत के उपकरण मिलते हैं वयोश्री योजना में
इनमें राष्ट्रीय वयोश्री योजना भी शामिल है, जिसमें बुजुर्गो को उनके बुढ़ापे से जुड़ी जरूरत के उपकरण प्रदान किए जाते है. इनमें छड़ी, सुनने की मशीन, बत्तीसी, चश्मे आदि शामिल है. इसके साथ ही सरकार बुजुर्गो की देखरेख के लिए एक नया विधेयक भी ला रही है जो फिलहाल संसद में लंबित है. माना जा रहा है कि वह संसद के मौजूदा सत्र में पारित हो जाएगा. Source दैनिक किरण