नई दिल्ली: भारत सरकार बड़े अफसोस के साथ यह दर्ज करती है कि मूडीज एनालिटिक्स से जुड़े एक जूनियर एसोसिएट इकोनॉमिस्ट के व्यक्तिगत विचार की रिपोर्टिंग भारतीय मीडिया के कुछ हिस्सों में गैर जिम्मेदाराना तरीके से तथा तोड़-मरोड़ कर की गई है। यह आश्चर्यजनक है कि भारतीय मीडिया का एक वर्ग मूडीज एनालिटिक्स, जो केवल एक डाटा एवं एनालिटिक्स कंपनी है तथा मूडीज इनवेस्टर सर्विसेज, जो रेटिंग सेवायें मुहैया कराती है, के बीच अंतर कर पाने में विफल रहा।
यह भी आश्चर्यजनक है कि इस बारे में यथोचित परिश्रम नहीं किया गया और पाठकों को मूडीज एनालिटिक्स एवं मूडीज इनवेस्टर सर्विसेज के बीच के अंतर की जानकारी नहीं दी गई। मूडीज एनालिटिक्स से जुड़े एक जूनियर एसोसिएट इकोनॉमिस्ट के विचार को सभी जगह ऐसे प्रसारित कर दिया गया, जैसे कि यह मूडीज एनालिटिक्स का ही विचार है।
सरकार बड़े दुख के साथ दर्ज करती है कि एक जूनियर एनालिटिक्स के व्यक्तिगत विचार को मीडिया ने एक रेटिंग एजेंसी द्वारा भारत पर एक टिप्पणी के रूप में प्रसारित कर दिया, जिससे कि जो कहानी वह चित्रित करना चाह रहा है, उसकी पुष्टि कर सके।
मीडिया की हमारी राष्ट्रीय बहस को समृद्ध बनाने में बड़ी भूमिका है और ऐसे प्रकरण उसकी साख को गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं तथा आम लोगों के बीच गलत जानकारियों का प्रसार होता है।