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कुम्भ में आने वाले कल्पवासियों एवं श्रद्धालुओं को और अधिक सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी: प्रधानमंत्री

उत्तर प्रदेश

लखनऊप्रयागराज में संगम स्थित किले के अन्दर अक्षयवट एवं सरस्वती कूप का साक्षात दर्शन अब आम लोग कर सकेंगे। यह घोषणा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज जनपद प्रयागराज में झूंसी (अन्दावा) स्थित संत निरंकारी सत्संग परिसर में आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए की। उन्होंने कुम्भ-2019 के धार्मिक, पौराणिक, सांस्कृतिक महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह कुम्भ अद्वितीय, दिव्य और भव्य होगा। केन्द्र सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर यह सुनिश्चित कर रही है कि कुम्भ का आयोजन दर्शनीय, दार्शनिक और दिव्य बने। सरकार का पूरा प्रयास है कि यहां के गौरवशाली अतीत के दर्शन और वैभवशाली भविष्य की झलक दुनिया को देखने को मिले।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री जी ने कुम्भ-2019 की 4500 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का बटन दबाकर लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में उ0प्र0 राज्य सेतु निगम की 07 परियोजनाओं की कुल लागत 355.79 करोड़ रुपये, नमामि गंगे कार्यक्रम के अन्तर्गत 06 घाटों के निर्माण की कुल लागत 21.49 करोड़ रुपये, नमामि गंगे कार्यक्रम की सीवरेज से सम्बन्धित 02 परियोजनाओं की कुल लागत 199.65 करोड़ रुपये, नगर निगम की 78 परियोजनाओं की कुल लागत 210.48 करोड़ रुपये, लोक निर्माण विभाग की 111 परियोजनाओं की कुल लागत 567 करोड़ रुपये, रेलवे की कुल 16 परियोजनाओं की कुल लागत 107.71 करोड़ रुपये के अलावा 917.13 करोड़ रुपये की लागत वाली अन्य 157 परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इसके अलावा नमामि गंगे सीवरेज की कुल 1671.60 करोड़ रुपये की 02 परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया।

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि इन परियोजनाओं से दिव्य एवं जीवंत प्रयागराज को और आधुनिक बनाने तथा यहां पर लगने वाले कुम्भ में आने वाले कल्पवासियों एवं श्रद्धालुओं को और अधिक सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी। उन्होंने प्रयागराज की पावन धरती को प्रणाम करते हुए कहा कि यहां के कण-कण में ऋषि-मुनियों का वास है, जिससे मानव जीवन में एक नयी ऊर्जा का संचार होता है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में नये एयरपोर्ट काॅम्प्लेक्स का निर्माण रिकाॅर्ड समय में एक साल के अन्दर कराया गया है। उन्होंने कहा कि जो योजनाएं बनायी गयी है वे आने वाले समय में सकारात्मक कदम के रूप में होंगी। इससे देश के कई शहरों से प्रयागराज की कनेक्टिविटी बढ़ जायेगी। सरकार ने कुम्भ के दौरान कनेक्टिविटी से लेकर यहां के इन्फ्रास्ट्रक्चर पर विशेष ध्यान दिया है। हमारा प्रयास प्रयागराज तक आने-जाने वाले हर रास्ते को मजबूत करने और सुधारने का है। चाहे वह रेल मार्ग हो, एयर कनेक्टिविटी हो या फिर सड़कों को सुधारने की बात हो। उन्होंने कहा कि सड़क, बिजली, पानी के स्थायी कार्य से लोगों को और अधिक सुविधाएं उपलब्ध हो सकंेगी।

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि मां गंगा को स्वच्छ, अविरल और निर्मल बनाने के लिए सरकार तेजी से काम कर रही है, जिसके क्रम में गंगा किनारे स्थित सभी गांव को खुले में शौच से मुक्त कर दिया गया है। गंगा जी के किनारे स्थित देश एवं प्रदेश के अन्य नगरों में भी इस दिशा में कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छता मिशन में सरकारी संस्थाओं के साथ-साथ करोड़ों स्वच्छाग्रहियों का अभूतपूर्व योगदान मिल रहा है। गंगा मइया को निर्मल और अविरल बनाने के लिए चलाये जा रहे अभियान से जन-जन जुड़ रहे हैं। आज जिन परियोजनाओं का लोकार्पण हुआ है, उनमें गंगा जी की सफाई और यहां के घाटों के सुन्दरीकरण से जुड़े अनेक प्रोजेक्ट्स भी शामिल हैं। 1700 करोड़ रुपये की लागत से बने सीवेज ट्रीटमेण्ट प्लाण्ट्स से शहरी के करीब एक दर्जन नालों को सीधे गंगा जी में बहने से रोका जा सकेगा। इस कुम्भ में सफाई के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल हुआ है।

प्रधानमंत्री जी ने कुम्भ मेला क्षेत्र में सेल्फी प्वाइंट बनाये जाने पर खुशी जाहिर की और इस सेल्फी प्वाइंट पर फोटो भी खिंचवायी। उन्होंने कहा कि कुम्भ का पर्व भारत एवं भारतीयता का परिचायक है, एक होने की प्रेरणा देता है। ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ को चरितार्थ करता है। उन्होंने प्रयागराज शहर को सुन्दर चित्रों के माध्यम से सजाये जाने पर भी अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि प्रयागराज की जो तस्वीर बदल रही है वह सुन्दर और अनुपम है। इस शहर में साफ-सफाई व आकर्षक पेण्टिंग लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि इस बार कुम्भ में तप से लेकर तकनीक तक हर पहलू का अनुभव दुनिया भर के लोगों को मिल सके। अध्यात्म, आस्था और आधुनिकता की त्रिवेणी कितनी भव्य और बेजोड़ हो सकती है, इसका अनुभव लेकर लोग यहां से जाएं, इसकी कोशिश की जा रही है।

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि पूरी दुनिया को कुम्भ मेला में आने के लिए स्वयं उनके द्वारा निमंत्रण दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में 70 देशों के राजदूतों ने कुम्भ मेला में प्रयागराज की इस पावन धरती पर अपने देश का झंडा लहराया। कुम्भ मेला में करोड़ों लोगों के आने से देश को एक नई दिशा मिलेगी। यह वैश्विक लोकप्रियता बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा।

प्रधानमंत्री जी ने कहा कि पर्व हमें जोड़ता है, गांव और शहर को एक करता है। हमारी जिम्मेदारी है कि यहां आने वाले हर अतिथि का ध्यान रखें। यह आयोजन सिर्फ श्रद्धा नहीं, देश की प्रतिष्ठा का भी है। प्रयागराज वह स्थान है, जिसे उत्तर प्रदेश में न्याय का मन्दिर भी कहा जा सकता है। प्रयागराज में ऋषि-मुनियों की दिव्यता का वास है। इसके महत्व का वर्णन करना मुश्किल है। भारत किस प्रकार बदल रहा है, नया भारत कैसे पौराणिकता और आधुनिकता को समेट रहा है, उसकी झलक कुम्भ में मिलने वाली है। उन्होंने प्रयागराज वासियों से अपील की कि वे आधुनिकता से अध्यात्म को, विकास से विश्वास को और सहूलियत से श्रद्धा से जोड़कर कुम्भ को सफलतम आयोजन बनाएं।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रधानमंत्री जी का स्वागत एवं अभिनन्दन करते हुए कहा कि यह हम सबके लिए अत्यंत गौरव का दिन है। उन्होंने कहा कि पहली बार कोई प्रधानमंत्री स्वयं आकर कुम्भ के सकुशल एवं निर्विघ्न रूप से सम्पन्न होने के लिए गंगा पूजन करके मां गंगा का आशीर्वाद मांगा है। उन्होंने कहा कि कुम्भ से पूरी दुनिया में मानवता का संदेश जाता है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 70 देशों के राजदूतों ने यहां आकर कुम्भ के आयोजन की तैयारियों को देखा तथा उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े संगम का दर्शन किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के प्रयासों से ही यूनेस्को द्वारा कुम्भ को ‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत’ की विश्व धरोहर के रूप में मान्यता मिली है। यह भारत के गौरव एवं आस्था को बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्ग-दर्शन एवं दिशा-निर्देशन में यह भव्य कुम्भ आयोजित हो रहा है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कुम्भ की महत्ता को और अधिक बढ़ाने के लिए इसके आयोजन क्षेत्र के क्षेत्रफल में बढ़ोत्तरी की गयी है। इस बार का यह कुम्भ 1700 हेक्टेयर से बढ़ाकर 3200 हेक्टेयर में आयोजित किया जा रहा है। यहां पेंट माई सिटी अभियान की सजावट की मुख्यमंत्री जी ने सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने कुम्भ के भव्य एवं दिव्य आयोजन के लिए धन की कमी आड़े नहीं आने दी है, जिसके कारण ही यहां पर स्थायी एवं अस्थायी कार्यों का व्यापक रूप से निर्माण कराया गया है।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री जी ने ‘मेकिंग आॅफ द कुम्भ-2019’ काॅफी टेबल बुक का विमोचन किया। कुम्भ के आयोजन के सम्बन्ध में बनायी गयी लघु फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया, जिसके जरिये विहंगम कुम्भ का स्वरूप और किये गये निर्माण कार्यों आदि का प्रदर्शन किया गया।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रधानमंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री जी का अभिनंदन करते हुए कहा कि प्रयागराज में विकास की गंगा बह रही है। उन्होंने प्रयागराज के सौन्दर्यीकरण, सुरक्षित कुम्भ, सांस्कृतिक कुम्भ, भव्य एवं दिव्य कुम्भ मेले के लिए किये गये विकास कार्यों के बारे विस्तार से जानकारी दी।

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