नयी दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी फैलने के बाद से भारत में पहली बार एक दिन में संक्रमण के 10,000 से अधिक नये मामले सामने आये हैं और इसी अवधि में 396 लोगों की मौत हुई है। वहीं, केंद्र ने शुक्रवार को राज्यों से कोविड-19 के उभरते केंद्रों अत्यधिक मामलों वाले नये स्थानों) पर विशेष ध्यान देने और कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिये सख्त कदम उठाने को कहा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक शुक्रवार सुबह आठ बजे तक इससे 24 घंटे पहले से) संक्रमण के 10,956 मामले सामने आने के साथ देश में कोविड-19 के कुल मामले बढ़ कर 2,97,535 पहुंच गये हैं।
वहीं, इस महामारी से एक दिन में सर्वाधिक 396 लोगों की मौत होने के साथ कुल मृतक संख्या बढ़ कर 8,498 हो गई है। मंत्रालय ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों के दोगुना होने में लगने वाला समय बढ़ कर अब 17.4 हो गया है, जो कुछ हफ्ते पहले 15.4 दिन था। मंत्रालय ने कहा कि लॉकडाउन लागू किये जाने के समय, 25 मार्च को कोविड-19 मामलों के दोगुना होने में लगने वाला समय 3.4 दिन था। सूत्रों ने बताया कि सरकार खाने-पीने की चीजों का स्वाद नहीं आने और गंध पहचाने की क्षमता अचानक खत्म होने को भी कोविड-19 जांच के लिये मानदंडो में शामिल करने पर भी विचार कर रही है।
इस मुद्दे पर पिछले रविवार को कोविड-19 पर राष्ट्रीय कार्य बल की बैठक में चर्चा हुई थी,लेकिन अभी तक कोई आम सहमति नहीं बन पाई है। संक्रमण और इससे होने वाली मौतों के मामले का रिकार्ड दर्ज करने वाली वेबसाइट वर्ल्डमीटर और अमेरिका स्थित जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय के आंकड़ों के मुताबिक भारत बृहस्पतिवार को ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए कोविड-19 से सर्वाधिक प्रभावित होने वाला चौथा देश बन गया है।
मंत्रालय ने कहा, ”जिन मरीजों की कोविड-19 की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं, उनके इस रोग से उबरने की दर बढ़ी है और यह फिलहाल 49.47 प्रतिशत है।” मंत्रालय ने कहा कि कुल 1,47,194 मरीज इस रोग से उबर चुके हैं, जबकि 1,41,842 मरीज मेडिकल निगरानी में हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने के बीच कैबिनेट सचिव ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों, स्वास्थ्य एवं शहरी विकास सचिवों से वीडियो लिंक के जरिये एक बैठक की। इसमें इन शीर्ष अधिकारियों को कोविड-19 के उभरते केंद्रों अत्यधिक मामलों वाले स्थानों) पर विशेष ध्यान देने और इस रोग का संक्रमण रोकने के लिये सख्त कदम उठाने को कहा गया।
कैबिनेट सचिव के साथ बैठक के दौरान राज्यों को सलाह दी गई कि वे कोविड-19 के प्रभावी प्रबंधन के लिये संक्रमण रोकने, संदिग्ध मरीजों की कोविड-19 जांच करने, संक्रमितों के संपर्क में आये लोगों का पता लगाने, स्वास्थ्य ढांचे को उन्नत करने, क्लीनिकल प्रबंधन और सामुदायिक भागीदारी पर ध्यान करें। निषिद्ध स्थानों पर घर-घर जाकर सक्रिय निगरानी करने पर भी जोर देते हुए इस बात का जिक्र किया गया कि मामलों का समय रहते या शीघ्र पता लगाने के लिये यह जरूरी है।
राज्यों से संक्रमण के मामलों के अनुमान के मुताबिक अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाने के कार्य में तेजी लाने के साथ-साथ पर्याप्त उपकरणों और प्रशिक्षत कर्मियों की व्यवस्था करने का अनुरोध किया गया। बैठक में संदिग्ध मरीजों में कोविड-19 के) लक्षण के आधार पर समय पर उसे उपयुक्त अस्पताल या स्वास्थ्य सुविधा केंद्र भेजना और एम्स, दिल्ली के सहयोग से उत्कृष्टता केंद्रों की मदद से क्लीनिकल गतिविधियों को बेहतर करने पर भी जोर दिया गया। राज्यों से समुदाय स्तर पर व्यापक पहुंच स्थापित करने का अनुरोध किया गया, ताकि समुदाय में हर वक्त सामजिक दूरी और उपयुक्त व्यवहार को प्रोत्साहन मिले।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के मुताबिक पिछले 24 घंटों में 1,50,305 नमूनों की जांच की गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह दिशानिर्देश भी जारी किया है कि कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार का रेस्तरां, होटल, धार्मिक स्थल, शॉपिंग मॉल और कार्यालयों में अनुपालन किया जाए। शुक्रवार सुबह आठ बजे तक इसके पहले के 24 घंटे के दौरान) हुई 396 मौतों में 152 मौतें महाराष्ट्र में, दिल्ली में 101, गुजरात में 38, उत्तर प्रदेश में 24, तमिलनाडु में 23, हरियाणा में 12 और पश्चिम बंगाल में एक मरीज की मौत हुई। वहीं, इस अवधि में तेलंगाना में नौ, राजस्थान 6), मध्य प्रदेश और पंजाब में चार-चार, बिहार और कर्नाटक में तीन-तीन, आंध्र प्रदेश, असम और पुडुचेरी में दो-दो तथा जम्मू कश्मीर में एक मरीज की मौत हुई। Khabar India TV