लखनऊः उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री, श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना प्रदेशवासियों के लिये वरदान साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि यह योजना प्रदेश में 23 सितम्बर, 2018 को प्रारम्भ की गयी थी, जिसके लगभग 100 दिन पूर्ण हो रहे हैं। इस योजना के अन्तर्गत अब तक 14500 से अधिक लोग लाभान्वित हो चुके हैं, जिसके सापेक्ष 12.50 करोड़ रूपये की धनराशि के क्लेम का भुगतान सतत रूप से चिकित्सालयों को किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस योजना के अन्तर्गत उपचारित लाभार्थियों में 7 ओपेन हार्ट सर्जरी सहित 36 हृदय रोगियों, 13 जोड़ प्रत्यारोपण सहित 300 हड्डी एवं 800 से अधिक सामान्य आॅपरेशन सफलतापूर्वक सम्पन्न किये गये हैं। इसके अतिरिक्त 64 कैंसर रोगियों का भी उपचार किया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत लगभग 4.50 लाख लाभार्थियों को गोल्डेन कार्ड उपलब्ध कराये जा चुके हैं। साथ ही लगभग सभी लाभार्थियों तक प्रधानमंत्री द्वारा लिखित पत्र पहुंचाया जा चुका है और 80 लाख से अधिक लक्षित लाभार्थी परिवारों को एस0एम0एस0 द्वारा जानकारी उपलब्ध करायी जा चुकी है। श्री सिंह ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश के 392 मरीजों का दिल्ली सहित देश के अन्य चिकित्सालयों में तथा विभिन्न प्रदेशों के 131 मरीजों का प्रदेश में इलाज कराया गया है। उन्होंने बताया कि इस योजना के अन्तर्गत अभी तक प्रदेश में 1484 चिकित्सालय सूचीबद्ध हो चुके हैं।
श्री सिंह ने बताया कि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अन्तर्गत गरीब परिवारों को 5.00 लाख रूपये प्रति परिवार तक का निःशुल्क इलाज मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस योजना के अन्तर्गत लाभार्थी का सत्यापन व पहचान उसके आधार कार्ड से होगी। जबकि आधार कार्ड के अभाव में राज्य सरकार द्वारा प्रमाणित पहचान पत्र के साथ राशन कार्ड एवं परिवार रजिस्टर की सत्यापित प्रति के आधार पर लाभार्थी की पहचान की जा सकती है। इस योजना के अन्तर्गत लाभार्थी परिवार देश में कहीं भी सूचीबद्ध किसी भी चिकित्सालय में निःशुल्क उपचार प्राप्त कर सकता है।