लखनऊः प्रदेश सरकार की कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई एक निर्णायक मोड़ पर आ गयी है। मा0 मुख्यमंत्री जी के मार्ग दर्शन में चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा एक नया कीर्तिमान स्थापित करते हुए प्रदेश के 52 मेडिकल कालेजों में कोविड-19 से ग्रसित 50 हजार से अधिक मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज कर डिस्चार्ज किया जा चुका है। यह जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा शिक्षा डा0 रजनीश दुबे ने बताया कि स्वस्थ हुए इन कोविड मरीजों में 85 प्रतिशत से अधिक मरीज सह-रूग्णता से ग्रसित गम्भीर मरीज थे।
प्रदेश सरकार द्वारा कोविड-19 की जाॅचों की संख्या को निरन्तर बढ़ाया जा रहा है। वर्तमान में मेडिकल कालेजों में स्थापित लैब एवं अन्य सरकारी लैब के माध्यम से 50 लाख से ज्यादा आर.टी. पी.सी.आर. जाॅच की की जा चुकी है, जो टेस्ट में गोल्ड स्टैन्डर्ड माना जाता है। उन्होने बताया कि के0जी0एम0यू0 में 6 लाख जाॅच एस0जी0पी0जी0आई0 एवं लोहिया संस्थान में 4-4 लाख जाॅचें तथा बी0एच0यू0 एवं मेरठ मेडिकल कालेज में 3-3 लाख से अधिक कोविड-19 की जाॅचें की गयी। सरकारी मेडिकल कालेजों में अब तक के0जी0एम0यू0 में 2100 सर्वाधिक मरीजों प्रयागराज मेडिकल कालेज में 1800 मरीजों गवर्नमेंट इस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साइन्स, ग्रेटर नोयड में 1700 से अधिक मरीजों का इलाज कर डिस्चार्ज किया जा चुका है। निजी मेडिकल कालेजों में तीर्थकर महावीर मेडिकल कालेज, मुरादाबाद में सर्वाधिक 3200 मरीजों एवं एरा मेडिकल कालेज लखनऊ में 2400 से अधिक कोविड मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज करते हुए डिस्चार्ज किया जा चुका है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि चिकित्सा शिक्षा विभाग वर्चुअल आई0सी0यू0, इलेक्ट्राॅनिक कोविड केेयर सर्पोट सिस्टम तथा प्लाज्मा थिरेपी जैसे अभिनव प्रयोगों के माध्यम से कोविड-19 की मृत्युदर को प्रदेश में कम करने में सफल रहा है। उन्होने बताया कि प्रदेश में क्रमिक सी0एफ0आर0 1.46 प्रतिशत है। पिछले सप्ताह में साप्ताहिक सी0एफ0आर0 1.62 प्रतिशत से घटकर 1.45 प्रतिशत रह गया है। उन्होने बताया कि प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अन्तर्गत 4 हजार से अधिक आई0सी0यू0 बेड तैयार किये जा चुके है। इसके साथ ही विभिन्न प्रकार के आधुनिक मशीनों एवं प्रशिक्षित मैनपावर की भी व्यवस्था की गयी। प्रदेश में इतने अधिक संख्या में आई0सी0यू0 का संचालन पहली बार हुआ है।