लखनऊ: ईंट-भट्टा श्रमिकों की कार्यदशाओं को देखते हुए उन्हें उ0प्र0 भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार बोर्ड के अंतर्गत निर्माण श्रमिकों की श्रेणी में रखते हुए बोर्ड के अंतर्गत पंजीकृत किया जा रहा है।
अभी तक 60 हजार से अधिक ईंट-भट्ठा श्रमिकों को पंजीकृत किया जा चुका है। ईंट-भट्ठा मालिकों के साथ बैठक आहूत कर अधिक से अधिक भटठा श्रमिकों का पंजीकरण सुनिश्चित किये जाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये गये हैं। साथ ही बंधुआ श्रम के अंतर्गत गठित जिला व तहसील स्तरीय सतर्कता समितियों के पुनर्गठन को पूर्ण कराकर उनके सदस्यों को प्रशिक्षित किये जाने के निर्देश दिये गये है प्रशिक्षण के प्रथम चरण में फैजाबाद, झांसी, बरेली, मुरादाबाद व मेरठ मण्डल में प्रशिक्षण आयोजित किये जाने का निर्णय लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भट्ठा श्रमिकों के नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराये जाने के भी निर्देश दिये गये है। यह जानकारी श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री शाहिद मंजूर ने दी।
उन्होंने ने बताया कि बंधुआ श्रम उन्मूलन से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों व कार्यवाहियों की समीक्षा के उपरांत निर्देश दिये गये हैं कि बंधुआ श्रमिकों के पुनर्वासन हेतु संचालित किये जा रहें कार्यक्रमों व योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार कराया जाय।
मा0 श्रम एवं सेवायोजन मंत्री ने बताया कि उ0प्र0 ईंट समिति के साथ जो आचार संहिता तैयार की गयी है, उसकी प्रति समिति व श्रम विभाग की ओर से सभी ईंट-भट्ठों मालिकों को उपलब्ध कराई जायेगी, इसके अलावा समिति की बैठक प्रत्येक तिमाही नियमित रूप से आहूत किये जाने व बैठक में लिये गये निर्णयों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिये गये है। वर्तमान में बंधुआ श्रमिकों के पुनर्वासन संबंधी योजना में धनराशि अवमुक्त कराने हेतु श्रम एवं रोजगार, मंत्रालय भारत सरकार से पुनः अनुरोध किया गया है।