नई दिल्ली: बच्चों की देखरेख करने वाली संस्थानों (सीसीआई) के राष्ट्रीय बाल समारोह-हौसला-2018 का महिला और बाल विकास मंत्रालय में सचिव श्री राकेश श्रीवास्तव ने आज नई दिल्ली में उद्घाटन किया। इस समारोह में 18 राज्यों के सीसीआई के 600 से अधिक बच्चे विभिन्न कार्यक्रमों जैसे पेंटिंग प्रतियोगिता, खेलकूद, फुटबॉल, शतरंज प्रतियोगिता और भाषण देने की कला आदि में भाग लेंगे।
इस अवसर पर श्री श्रीवास्तव ने कहा कि इस पूरे कार्यक्रम का उद्देश्य देशभर के सीसीआई के बच्चों को राष्ट्रीय मंच प्रदान करना है, ताकि वे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें, उनकी छुपी हुई प्रतिभा बाहर आ सके और वे उसे अपने जीवन में आगे ले जा सके। उन्होंने हौसला जैसे कार्यक्रमों को और मजबूती प्रदान करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से बच्चों की देखरेख करने वाली संस्थानों के बच्चों को प्रेरणा मिल सकती है और वे अपनी क्षमताओं को प्रकट करने के लिए राष्ट्रीय मंच तक पहुंच सकते है। इस कार्यक्रम का विषय है, ‘‘बच्चों की सुरक्षा’’।
बच्चे विभिन्न कार्यक्रमों जैसे वाद-विवाद, पेंटिंग, खेलकूद, फुटबॉल, शतरंज प्रतियोगिता और सुरक्षित पड़ोसी दिवस जैसे विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। इस कार्यक्रम के आयोजन में सीआईएफ और एनआईपीसीसीडी मंत्रालय की मदद कर रहे हैं।
प्रस्तावित कार्यक्रमों का विवरण इस प्रकार हैं –
- 26 नवम्बर, 2018 को पेंटिंग प्रतियोगिता – बच्चों में सृजनात्मक प्रतिभा असीमित और आश्चर्यजनक है, यहां तक की पूरा ब्रह्मांड उन्हें एक छोटे कैनवस की तरह दिखाई देता है। सृजनात्मक गतिविधि जैसे पेंटिंग बच्चे के दिमाग के विकास में मदद करती है। पेंटिंग के जरिये अभिव्यक्ति से बच्चे मनोरंजक कार्यों में भाग लेते हैं। यह उन्हें खुले और सृजनात्मक दिमाग से स्थितियों को देखने के लिए प्रोत्साहित करती है। इसी पृष्ठभूमि में महिला और बाल विकास मंत्रालय ने एनआईपीसीसीडी में देशभर के बच्चों की देखरेख करने वाली सभी संस्थानों के बच्चों के लिए 26 नवम्बर, 2018 को पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की है। तीन जजों का पैनल सर्वश्रेष्ठ पेंटिंगों का चयन करेगा।
- 26 नवम्बर, 2018 को वाद-विवाद प्रतियोगिता – आज की प्रतिस्पर्धा की दुनिया में, जहां उत्कृष्टता मामूली बात मानी जाती है, यह उचित होगा कि बच्चों को बाहरी दुनिया के लिए तैयार किया जाए। कई ऐसे तरीके हैं, जिसमें बच्चे प्रतिस्पर्धा कर सकते है और सफल हो सकते हैं, लेकिन व्यक्तिगत अभिव्यक्ति सीमित हो गई है। आज बच्चे बड़े पैमाने पर टेक्नोलॉजी में तल्लीन हो गये हैं, वास्तव में बातचीत को पीछे छोड़ चुके हैं, इसलिये जरूरी है बच्चों को वाद-विवाद जैसी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाए, जिससे उनकी अभिव्यक्ति पर दीर्घकालिक असर पड़ेगा। इस संबंध में एनआईपीसीसीडी में 26 नवम्बर, 2018 को महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा एक वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। तीन जजों का पैनल सर्वश्रेष्ठ बच्चों का चयन करेगा।
- 28-29 नवम्बर, 2018 को खेलकूद प्रतियोगिता, शतरंज प्रतियोगिता और फुटबॉल मैच – नाटक के जरिये बच्चे अन्वेषण, अविष्कार और सृजन कर सकते हैं। वे सामाजिक कौशल, अपनी भावनाओं को व्यक्त करना भी सीख सकते है और अपनी क्षमताओं के बारे में विश्वास हासिल कर सकते हैं। मंत्रालय सीसीआई के लड़कों और लड़कियों के लिए खेलकूद प्रतियोगिता (100 मीटर दौड़, 200 मीटर दौड़, 100 x 4 मीटर रिले दौड़, लंबी कूद, ऊंची कूद), शतरंज प्रतियोगिता और फुटबॉल मैचों का आयोजन करेगा। ये प्रतियोगिताएं नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित की जाएंगी।
बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए 28 नवम्बर, 2018 (सुबह) को किसी नामी खिलाड़ी को भी आमंत्रित किया जा सकता है।
- 27 नवम्बर, 2018 को सुरक्षित पड़ोसी परियोजना दिवस – केवल घर का वातावरण ही बच्चे को प्रभावित नहीं करता; बल्कि जिस पड़ोस में वह रहता है उसका भी असर पड़ता है। करीबी पड़ोसी अपनी चीजों की इफाजत, सुरक्षा और सहयोग की भावना दे सकता है। मानसिक, स्वास्थ्य और सम्पूर्ण भलाई के लिए पड़ोस में सुरक्षित महसूस करना महत्वपूर्ण है और इसका संबंध मानसिक रोग की दरों में कमी लाने, अधिक सामाजिक व्यवहार और पड़ोसी के साथ विश्वास से जुड़ा हुआ है। इसका उद्देश्य बच्चों को सशक्त बनाना और उन्हें अपने विचार रखने के लिए प्रेरित करना है। महिला और बाल विकास मंत्रालय के तीन जजों का पैनल सर्वश्रेष्ठ बच्चों का चयन करेगा।
29 नवम्बर, 2018 को समापन समारोह : चार दिन तक चलने वाले समारोह का समापन 29 नवम्बर, 2018 को सिरी फोर्ट ऑडोटिरियम, हौजखास, नई दिल्ली में होगा। इस अवसर पर सीसीआई के बच्चे एक सांस्कृतिक प्रस्तुत करेंगे और हौसला-2018 के दौरान प्रदर्शन के आधार पर महिला और बाल विकास मंत्री द्वारा प्रत्येक श्रेणी के सभी विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा।