लखनऊः भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द ने कहा कि बीमारियों से लोगों का बचाव करना एवं उनके स्वास्थ्य को सुधारना प्रत्येक सरकार की प्राथमिकता होती है। भारत सरकार आमजन को चिकित्सा सुविधा देने के लिए देशभर में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षण से जुड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर को तेजी से मजबूत कर रही है। उन्होंने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य संरक्षण सेवाओं के लिए नये एम्स, आर्युविज्ञान संस्थान, मेडिकल कालेज खोले जा रहे है। शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। जिला अस्पतालों को अपग्रेट किया जा रहा है तथा ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित कराने तथा चिकित्सों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए मेडिकल में लगभग 31 हजार सीटे बढ़ायी गयी है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने आयुष्मान योजना लागू कर गरीबों को 05 लाख रुपये तक की मुफ्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी गयी है, इससे 10.74 करोड़ गरीबों को लाभ मिलेगा और आगे 50 करोड़ लोग इससे लाभान्वित हो सकेंगे। अब तक इस योजना से 12.28 लाख गरीब लाभान्वित हो चुके है। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार ने 2014 में मिशन इन्द्रधनुष योजना लागू कर अब तक 87 लाख गर्भवती महिलाओं तथा 3.39 करोड़ शिशुओं का टीकाकरण किया है।
भारत के राष्ट्रपति आज यहां लखनऊ में अपोलो मेडिक्स सुपर स्पेसिलिटी हास्पिटल के उद्घाटन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के तहत देशभर में 4.900 से अधिक जन औषधि केन्द्र खोले गये। जहां पर लोगों को 700 से अधिक दवाओं को कम कीमत पर उपलब्ध कराया जाता है। हृदय रोग व गुर्दा रोग से सम्बंधित इलाज को भी सस्ता किया गया। उन्होंने कहा कि गन्दगी बहुत सी बीमारियों की जननी है। गन्दगी को दूर करने के लिए भारत सरकार ने स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से लोगों को स्वच्छता का संदेश दिया, जिससे अबतक 9 करोड़ 23 लाख शौचालय बनाये जा सके। इससे गरीबों को बीमारियों से राहत मिली है। भारत स्वच्छ बने हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम अपने आस-पास के स्थानो, पार्कों, कार्यालयों तथा मकानों को साफ सुथरा बनाये रखें।
राष्ट्रपति ने कहा कि प्रदेश में लोगों को कम दामों पर दवायें उपलब्ध कराने के लिए अब तक 417 जन औषधि केन्द्र खोले है, इससे 118 सरकारी अस्पतालों में खोले गये। उन्होंने कहा कि 51 जिला चिकित्सालयों में उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है। प्रदेश के 13 चिकित्सालयों में डायलिसिस की सुविध प्रारम्भ कर दी गयी है तथा मार्च 2019 तक 30 जिला चिकित्सालयों में निःशुल्क सिटी स्कैन की सुविधा उपलब्ध हो जायेगी। इसी प्रकार सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में 81 नये स्वास्थ्य केन्द्रों एवं चिकित्सालयों का निर्माण शुरू किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि व्यापक स्तर पर नागरीकों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए 5 हजार नये डाक्टरों की सेवाएं ली जायेगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश में जापानी इन्सेफ्लाइटिस की रोकथाम के लिए ऐक्सन प्लान 2018 लागू किया गया है, जिससे लोगों की मृत्यु दर में 2017 के मुकाबले 2018 में 68 प्रतिशत की कमी आयी तथा रोग ग्रसता में 53 प्रतिशत की कमी आयी। उन्होंने कहा कि गरीबों तक स्वास्थ्य सुविधाओं को पुहंचाने के लिए भारत सरकार सिविल सोसाइटी तथा समाजसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर व्यापक स्तर पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत के निजी चिकित्सा संस्थान भी प्राथमिक चिकित्सा से लेकर सुपर स्पेसिलिटी सुविधाएं प्रदान कर पूरे विश्व में चिकित्सकों का मान बढ़ाया है। साथ ही मानव जीवन एवं धन भी बचा रहे है। इसी प्रकार मेडिकल टूरिज्म के माध्यम से देश को सदभावना के साथ मुद्रा भी प्राप्त हो रही है। चिकित्सक देश के स्वस्थ्य सेनानी है। उन्होंने चिकित्सकों के स्वस्थ्य जीवन एवं लम्बी उम्र की कामना की।राष्ट्रपति ने इससे पूर्व पुलवामा के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि भी दी।
प्रदेश के राज्यपाल श्री रामनाईक ने अपने उद्बोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश जनसंख्या की दृष्टि से दुनिया के तीन राष्ट्र अमेरिका, इन्डोनेशिया एवं चीन से ही छोटा है। इतनी बड़ी आबादी को स्वास्थ्य सुविधाएं उपब्ध कराने के लिए सरकार गम्भीर है। उन्होंने कहा कि लखनऊ में किंग जार्ज मेडिकल, एस0जी0पी0जी0आई0, राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान व अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय के साथ अपोलो जैसे अस्पताल का भी यहां स्थापित होना प्रदेश के लिए गौरव की बात है। मेडिकल हब के रूप में स्थापित अपोलो अस्पताल पूर्वी भारत यहां तक की बिहार, नेपाल के लोगों को भी स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगा। यहां के लोगों को अब दिल्ली, मुम्बाई जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि अपोलों जैसे अस्पताल को भी गरीबों के लिए संचालित आयुष्मान भारत योजना को अपने यहां लागू कर उन्हें जीवनदान दें।
भारत के गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने इस अवसर पर कहा कि देश की 1.30 करोड़ जनता के स्वास्थ्य की चिन्ता करना और उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना चुनौतीपूर्ण कार्य है। फिर भी भारत सरकार लोगों के स्वास्थ्य के प्रति चिंतित है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में अन्य देशों की अपेक्षा स्वास्थ्य के क्षेत्र में जी0डी0पी0 की बहुत कम हिस्सेदारी होती है। श्री सिंह ने कहा कि गरीबों के लिए आयुष्मान भारत योजना वरदान है, इससे 10 करोड़ से अधिक गरीब परिवार लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि निजी चिकित्सालयों से भी यहां की स्वास्थ्य सुविधा में बढ़ोत्तरी हुई है। दुनियां भर से लोग भारत में स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए आते हैं। आज भारत मेडिकल टूरिज्म की दृष्टि से अट्रैक्टिव डेस्टीनेशन राष्ट्र बन चुका है। श्री सिंह ने कहा कि मेडिकल टूरिज्म को बढ़ाने के लिए 60 देशों को ई-बीजा तथा मेडिकल बीजा दिया गया है। भारत सरकार के स्वच्छ भारत अभियान का लाभ लोगों को मिल रहा है और अब यह स्वच्छागृह का रूप लेकर बीमारियों को खत्म करके भारत को स्वस्थ्य बनायेगा। इससे देश में समृद्धि आयेगी और हमारा देश समर्थवान बनकर शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में विकसित होगा।
इससे पहले अपोलो अस्पताल का उद्घाटन महामहिम राष्ट्रपति जी ने फीता काटरकर तथा दीप प्रज्जवलित कर किया। अपालो ग्रुप अस्पताल के चेयरमैन डा0 प्रताप सी0 रेड्डी, प्रबन्ध निदेशक डा0 सुनीता रेड्डी व वाइस चेयरमैन डा0 रीता रेड्डी ने अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा, मंत्री प्रो0 रीता बहुगुणा जोशी, मंत्री श्री ब्रजेश पाठक, मंत्री डा0 सिद्धार्थनाथ सिंह, मंत्री श्रीमती स्वाती सिंह के साथ बड़ी संख्या में डाक्टर व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।