नई दिल्ली: केन्द्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (डोनर) राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा है कि सहायक अनुभाग अधिकारी (एएसओ) भारत सरकार की संरचना के बहुत महत्वपूर्ण घटक हैं। वे केंद्रीय सचिवालय सेवा के सहायक अनुभाग अधिकारियों के लिए आयोजित संस्थापना प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन आज यहां कार्मिक, लोक शिकायत व पेंशन मंत्रालय के कार्मिक व प्रशिक्षण विभाग तथा सचिवालय प्रशिक्षण और प्रबंधन संस्थान के द्वारा किया गया था।
इस अवसर पर डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि एएसओ सरकार के महत्वपूर्ण घटक हैं क्योंकि उनके द्वारा तैयार किए गए मसौदे तथा उनके द्वारा लिखी गई टिप्पणियों से सरकारी नीतियों का आधार तैयार होता है। सरकारी प्रस्ताव विभिन्न चरणों से होकर गुजरते हैं। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में नागरिक-उन्मुख दृष्टिकोण को भी शामिल किया गया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वर्तमान की चुनौतियों से निपटने के लिए प्रशिक्षण में बदलाव की जरूरत है।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने नए अधिकारियों से प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए नए विचार देने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात की सराहना करते हुए कहा कि नए एएसओ योग्य, शिक्षित व प्रशिक्षित हैं और इन्हें प्रणाली में गुणवत्तापूर्ण इनपुट का प्रयोग करना चाहिए।
उपस्थित समुदाय को संबोधित करते हुए आईएसटीएम की निदेशक डॉ. सुनीता खुराना ने कहा कि प्रशिक्षण नैतिक मूल्य प्रशिक्षण के प्रमुख तत्वों घटकों में एक है। उन्होंने कहा कि आईएसटीएम डिजीटलीकरण के आधुनिक दौर में पहुंच गया है।
मंत्री महोदय ने संवाद सत्र के दौरान उम्मीदवारों से बातचीत की और उन्हें प्रमाण-पत्र प्रदान किए। डीओपीटी के सचिव डॉ. सी.चंद्रमौली और अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।