नई दिल्ली: केंद्रीय गृहराज्य मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने माउंट सतोपंथ की चोटी पर सफल चढ़ाई करने वाले सीआईएसएफ के 16 सदस्यीय दल को आज यहां सम्मानित किया।
अपने संबोधन में श्री जी. किशन रेड्डी ने पर्वतारोही दल के सदस्यों को बधाई दी और कहा कि इस तरह के आरोहण के लिए आत्मविश्वास एवं अदम्य साहस की बहुत आवश्यकता होती है। उन्होंने दल की महिला सदस्यों के प्रयासों को सराहा, जिन्होंने अपने पुरुष समकक्षों की तरह ही मुश्किल हालात का सामना किया और माउंट सतोपंथ की चोटी पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की।
सीआईएसएफ के महानिदेशक श्री राजेश रंजन ने भी पर्वतारोही दल को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सीआईएसएफ माननीय प्रधानमंत्री की ‘फिट इंडिया अभियान’ और ‘महिला सशक्तिकरण’ जैसी पहलों के लिए प्रतिबद्ध है। पर्वतारोहण दल की उपलब्धि ‘फिट इंडिया शपथ’ और महिला सशक्तिकरण से मेल खाती है। उन्होंने यह भी कहा कि पर्वतारोही दल की महिला सदस्यों ने रूढ़िवादी धारणाओं को तोड़ा और हर मुकाम पर अपने पुरुष समकक्षों के साथ कदम से कदम मिलाए। उन्होंने महिला सशक्तिकरण का मजबूत संदेश दिया है।
16 सदस्यीय पर्वतारोहण दल (तीन महिलाओं समेत) को सीआईएसएफ के महानिदेशक श्री राजेश रंजन ने 5 अगस्त, 2019 को झंडी दिखाकर रवाना किया था। उन्हें माउंट सतोपंथ (7075 मीटर) की चोटी पर फहराने के लिए राष्ट्रीय और सीआईएसएफ का ध्वज दिया गया था। इस दल का नेतृत्व डीआईजी श्री रघुवीर लाल ने किया। इस दल की तीन महिला पर्वतारोहियों में अंसिस्टेंट कमांडेंट सुश्री अशोका नंदिनी शामिल हैं।
केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के हिस्से के तौर पर सीआईएसएफ मार्च-अप्रैल, 2020 में अपने पहले माउंट एवरेस्ट आरोहण अभियान को शुरू करने जा रहा है। सीआईएसएफ की टीम के सदस्यों को माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई से पहले अनुभव दिलाने के लिए माउंट सतोपंथ अभियान शुरू किया गया था। माउंट सतोपंथ उत्तराखंड के गढ़वाल के गंगोत्री क्षेत्र के पश्चिमी हिमालय में दूसरी सबसे ऊंची चोटी है। माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने की तैयारी करने वाले पर्वतारोहियों को यहां हर तरह का विशेषताएं मिलती हैं, जो तकनीकी ज्ञान एवं सीधा अनुभव, साहस और आत्मविश्वास हासिल करने के लिए जरूरी होती हैं।
30 सितंबर, 2019 को 08 बजकर 45 मिनट पर सीआईएसएफ के पर्वतरोही दल ने माउंट सतोपंथ की चोटी पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की। यह सीआईएसएफ का पहला पर्वतारोहण अभियान था। उसने सीएपीएफ का पहला ऐसा बल होने का रिकॉर्ड बनाया है, जिसके पर्वतारोही दल ने तीन महिला सदस्यों के साथ यह उपलब्धि हासिल की है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य पर्वतारोहण के जरिये महिलाओं के सशक्तिकरण का संदेश फैलाना, बलों में साहस की भावना को बनाए रखना और बल के अधिकारियों, पुरुषों एवं महिला कर्मियों को रोमांच से रूबरू करवाना था।
इस अभियान के दौरान दल ने अपनी क्षमता से आगे बढ़कर और खुद को बहुत अधिक मानसिक एवं शारीरिक चुनौतियों वाली परिस्थितियों में झोंककर अपना लक्ष्य हासिल किया। इनमें कम वायुमंडलीय दबाव, शून्य तापमान, लगातार बर्फबारी और कठोर जलवायु जैसी परिस्थितियां शामिल थीं।
इस अवसर पर सीआईएसएफ के महानिदेशक श्री राजेश रंजन, डीएमआरसी के एमडी डा. मंगू सिंह और सीआईएसएफ के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।