देहरादून: प्रदेश में मच्छर जनित रोगों डेंगू एवं मलेरिया के प्रभावकारी रोक-थाम एवं नियंत्रण हेतु विधान सभा के सभागार में स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी की अध्यक्षता में अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने डेंगू की रोक-थाम के लिए बचाव एवं उपायों को अपनाने से सम्बन्धित जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश संबन्धित विभागों को दिये। उन्होंने आगामी मंगलवार को संवेदनशील क्षेत्र पथरीबाग में लोक-निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, जल संस्थान, नगर निगम एवं स्वास्थ्य विभाग को अपने-अपने विभागों से सम्बन्धित योजनाओं के सक्रियता से संचालन तथा कार्यदायी संस्थाओं को अपनी परियोजनाओं के निर्माण स्थल के आस-पास गढ्ढे एवं पानी के जमाव को खत्म करने के निर्देश दिये। कार्यदायी संस्थाएॅं कार्य करने के दौरान यह भी सुनिश्चित करें, कि उनकी परियोजना के आसपास पानी का जमाव न हो तथा डेंगू रोग को बढ़ावा देने वाली स्थिति यथा पानी का जमाव न हो पाये। उन्होंने चेतावनी दी, कि वे स्वयं किसी भी समय उक्त क्षेत्र मे आकस्मिक भ्रमण कर विभागों की प्रगति को देखेंगे तथा उन्होंने कहा कि कोई भी कार्यदायी संस्था कार्य स्थल के आस-पास डेंगू एवं मलेरिया के लक्षण न पनपने देने के लिए निरन्तर छिड़काव कराने हेतु नगर निगम एवं पंचायतों से समन्वय स्थापित करें। उन्होंने चिकित्सा विभाग द्वारा डेंगू के नियंत्रण के लिए फागिंग की जाने वाली प्रभावी एवं टेस्टेड दवा Pyriproxifen के निरन्तर छिड़काव के लिए चिकित्सा विभाग से समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिये।
उन्होंने शिक्षा विभाग को सरकारी स्कूलों में बच्चों को जागरूक कराने के साथ-साथ स्कूलों में फुल बाजू की पेंट-शर्ट पहनकर आने के निर्देश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने को कहा और यह भी कहा कि सभी प्रधानाचार्यों से प्रत्येक विद्यालय की प्रार्थना सभा में डेंगू के कारण, बचाव एवं उपायों के प्रति जागरूकता का संदेश रोज दिलवाया जाये एवं प्राइवेट स्कूलों में भी इस निर्देश का कड़ाई से अनुपालन कराने के लिए जिलाधिकारियों को पत्र लिखा जाये। स्वास्थ्य मंत्री श्री नेगी द्वारा समस्त विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने निर्माण स्थल में तालाब या गढ्ढे न होने दें तथा समस्त विभागों को बैठक में दिये गये निर्देश के अनुरूप कार्य कर आगामी 20 दिन बाद पुनः आयोजित बैठक में प्रगति के साथ-साथ उपस्थित होने के निर्देश दिये। उन्होंने समस्त विभागों की एक समन्वय समिति बनाने के निर्देश महानिदेशक स्वास्थ्य को दिये जो निरन्तर इस क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की जानकारी देगा, समिति में प्रत्येक विभाग का एक-एक नोडल अधिकारी होगा, जिसकी अध्यक्षता में विभागीय टीम कार्य करेगी।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सभी विभागों की सहभागिता से ही डेंगू रोग पर नियंत्रण पाया जा सकता है। उनका मानना था कि मौसम में आये अचानक बदलाव के कारण मच्छर जनित रोग डेंगू ने पहले ही दस्तक दे दी है, जिसके लिए हम सबको रणनीति के तहत कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने राज्य स्तर पर उपलब्ध टोल फ्री नम्बर 18001801200 की जानकारी देते हुए आम जन से अपील की, कि यदि कही पर भी डेंगू रोग का अंदेशा लगता है तो इस नम्बर पर जानकारी दें, ताकि चिकित्सा एवं सम्बन्धित विभाग को अलर्ट किया जा सके। उन्होंने इस कार्यक्रम में स्वयंसेवी संस्थाओं को भी जोड़ने के लिए अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिये तथा मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण सहित प्रदेश के संचालित अन्य विकास प्राधिकरणों में भी निर्माण कार्यों की अनुमति इस प्रतिबन्ध के साथ देने की शर्त को शामिल करने के निर्देश दिये, कि निर्माण स्थल पर किसी प्रकार का पानी का जमाव ना हो।
बैठक में मुख्य नगर अधिकारी नगर निगम नितिन भदौरिया, मुख्य विकास अधिकारी देहरादून आलोक कुमार पाण्डे, मुख्य विकास अधिकारी हरिद्वार सुश्री सोनिका, महानिदेशक स्वास्थ्य डाॅ0 कुसुम नरियाल, निदेशक स्वास्थ्य किरण बिष्ट, डाॅ0 अर्चना बिष्ट, डाॅ0 अजित गैरोला, सीएमओ देहरादून वाई.एस.थपलियाल, आर0टी0ओ0 देहरादून सुधांशु गर्ग, सहित शिक्षा, पंचायती राज, ग्राम विकास, सिचाई, लोक निर्माण, पर्यटन, जल संस्थान एवं निगम के विभागध्यक्ष
