देहरादून: बीजापुर हाउस में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन श्रीमतीमंगला माताजी को ‘‘उŸाराखण्ड रत्न’’ से सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य के विकास में हंस फाउंडेशन, एक पार्टनर के तौर पर काम कर रहा है। विशेष तौर पर शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में इनका अमूल्य योगदान रहा है। श्रद्धेय मंगला माताजी, भोले जी महाराज व हंस फाउंडेशन से जरूरतमंदों के मन में आशा का संचार होता है कि कोई ह,ै जो उनकी मदद के लिए खड़ा है। हंस फाउंडेशन वहां तक पहुंच रहा है, जहां हम भी नहीं पहुंच पाते।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने मंगला माताजी को बधाई देने के साथ ही उŸाराखण्ड व यहां के जरूरतमंदों की सेवा के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ‘उŸाराखण्ड रत्न’ की परम्परा शुरू करके हमें बड़ी खुशी है। श्रद्धेय मंगला माताजी के सम्मान के साथ, इस परम्परा में एक माईलस्टोन स्थापित हुआ है।
‘उŸाराखण्ड रत्न’ से सम्मानित किए जाने पर मंगला माताजी ने मुख्यमंत्री श्री रावत व उŸाराखण्ड सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उŸाराखण्ड में असंख्य लोग पूरे सेवा भाव से राज्य के विकास व गरीबों की मदद में लगे हैं। यह सम्मान उन सभी जाने-अनजाने लोगों को समर्पित है जिनके लिए नर सेवा ही नारायण सेवा है। हंस फाउंडेशन शिक्षा, स्वास्थ्य, आपदा प्रभावितों की सेवा में काम कर रहा है और जहां भी राज्य सरकार के सहयोग की आवश्यकता होती है, वहां हमें सरकार से सहयोग मिलता है। मुख्यमंत्री श्री रावत समय-समय पर हमारा मनोबल बढ़ाते हैं।
श्रीमती मंगला माताजी ने ‘उŸाराखण्ड रत्न’ के साथ मिले 5 लाख रूपए की धनराशि में 6 लाख रूपए अपनी ओर से मिलाते हुए स्वास्थ्य के क्षेत्र हेतु सीएम कोष में 11 लाख रूपए की धनराशि प्रदान की। इस अवसर पर श्री भोले जी महाराज, केबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल, राजेंद्र सिंह भण्डारी, विधायक विक्रम सिंह नेगी, गणेश गोदियाल, उŸाराखण्ड राज्य आंदोलनकारी सम्मान परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप, प्रमुख सचिव डा.उमाकांत पंवार आदि उपस्थित थे।