रामनगर: उत्तराखंड के रामनगर में गुरुवार देर रात दर्दनाक हादसा हो गया। कोसी नदी के पास बनी झोपड़ी में आग लगने से मासूम भाई बहन जिंदा जल गए। घटना के समय मां पड़ोस में गई हुई थी। खबर लिखी जाने तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका था।
जानकारी के अनुसार कोसी नदी के किनारे मजदूरों की झोपड़ियां हैं। बदायूं की महिला अपने आठ साल के बेटे सूरज और 10 साल की अंजलि के साथ एक झोपड़ी में रह रही थी। पति का निधन हो चुका है।
बृहस्पतिवार रात वह पड़ोस की झोपड़ी में गई थी। जबकि उसकी अपनी झोपड़ी में दोनों बच्चे सो रहे थे। इसी बीच, झोपड़ी में अचानक आग लग गई। झोपड़ी से आग की लपटें उठतीं देख वहां चीख पुकार मच गई।
अन्य लोग भी बाहर आए। लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की, मगर सभी प्रयास विफल रहे। अग्निशमन विभाग को सूचना दी गई। लेकिन जब तक फायर ब्रिगेड की गाड़ी आती तब तक दोनों मासूम जिंदा जल चुके थे। इस बीच, घटनास्थल पर प्रशासन और पुलिस के अफसर भी पहुंच चुके थे।
सिलिंडर फटने से लगी आग, सामान जला
बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थिति एक घर में सिलिंडर फटने से आग लग गई, जिससे किचन में रखा सारा सामान जल गया। समय रहते आग को नहीं बुझाया जाता, तो आग दूसरे स्थानों में फैल सकती थी।
बृहस्पतिवार पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे बदरीनाथ हाईवे पर दुकानों के पीछे एक घर के किचन में रखे सिलिंडर ने आग पकड़ ली। घटना के समय मकान मालकिन साजिदा (60) घर में नहीं थीं।
पड़ोसियों ने घटना की जानकारी साजिदा को दी। सूचना पर पहुंचे अग्निशमन के वाहन में पानी खत्म होने पर दूसरा वाहन मंगवाना पड़ा, जिससे इस दौरान काफी सामान जल गया। अमर उजाला