देहरादून: मॉ लक्ष्मी व मॉ सारस्वती की पूजा व उनकी सवारी उल्लू के साथ नोट बंदी से जनता को हो रही समस्याओं पर आज आर0बी0आई के राजपुर रोड़ कार्यालय में प्रदेश महिला कांग्रेस की वरिष्ठ उपाध्यक्ष व मनोरमा डोबरियाल शर्मा मैमोरियल फांउडेशन की अध्यक्षा आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने मॉ लक्ष्मी जी की पूजा व मॉ लक्ष्मी जी की सवारी उल्लू के साथ प्रर्दशन कर आर0बी0आई0 गर्वनर को सम्मबोधित ज्ञापन क्षेत्रिय अधिकारी को सौंपा। अपने ज्ञापन में उन्होने कहा कि आर0बी0आई द्वारा नित नए नियम बदले जा रहे है जिससें जनता को भारी कठिनाई व भ्रम की स्थिति हो रही है, छोटे व्यापारी, किसान मजदूर व घरेलू समारोह व शादी ब्याह प्रभावित होने से आम आदमी बहुत पीड़ित हो गया है, आर0बी0आई0 द्वारा उत्तराखण्ड़ में करेंसी नोट प्रयाप्त मात्रा में नही भेजे जा रहे है जिससें कई-कई घण्टें बैकों व ए0टी0एम0 की लाईनों में खड़ें होने के बाद भी लोगों को करेंसी प्राप्त न होने के कारण वापस लौटना पड़ रहा है, ए0टी0एम0 व बैंकों में लगभग 53 दिन से अधिक होने के बावजूद भी स्थिति समान्य नही हो पाई है। सहकारी बैंको का लेन-देन बंद होने से भी किसान बहुत प्रभावित हुआ है, आधे से अधिक ए0टी0एम0 अभी भी खाली पड़े हुए है। वहीं श्रीमती आशा मनोरमा ने कहा कि अब तक आर0बी0आई0 व वित्त मंत्रालय के लगभग इक्सठ (61) तुगलकी फरमानों ने अराजकता की स्थिति बनाकर जनता का उत्पीड़न किया जा रहा है। देहरादून आर0बी0बाई0 कार्यालय में करेंसी एक्सचेंज की सुविधा का अभाव भी राज्य की उपेक्षा दर्शता है।
उन्होने यह भी कहा कि उत्तराखण्ड़ में तीन हजार गांव में कनैक्टिविटी व ब्राड़बैड़ सेवाए उपलब्ध नही है ऐसे में कैश-लैस/ए0टी0एम0 की गतिविधियॉ संचालित नही हो पा रही है। सीमान्त क्षेत्रों में नेपाल, चीन के टावर के सिग्नल मिलते है पर्वतीय व दुर्गम क्षेत्रों में इन कठिनाईयों को समझने व दूर करने में आर0बी0आई0 असफल रहा है, यहॉ तक की कैश मोबाईल वैन भी नही चल पाई है, इसके लिए विशेष व्यवस्था की जानी चाहिए, वर्तमान में आर0बी0आई0 की गलत नीति के कारण बैंक कर्मचारी व जनता के बीच में संघर्ष की घटनाए बड़ रही है जबकि कर्मचारी भी हमारे जनता के अंग होते है इस संघर्ष को रोकने के लिए आवश्यक है कि नोट बंदी से उत्पन्न हुई विकट स्थिति को शीघ्र सुधारा जाए, राज्य की अर्थ व्यवस्था चरमरा गई है।
आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने यह भी जोर देकर कहा कि यह आरोप भी लगातार सुनने को मिल रहा है कि निजि व सरकारी बैंको में करेंसी भेजने में अन्तर किया जा रहा है निजि बैंको में करेंसी अधिक भेजी जा रही है जिससें जनता में भारी आक्रोश है, सहकारी बैंको का लेन-देन बंद होने से किसान, मजदूर व कृषि से जुड़ी गतिविधिया लगभग चौपट हो गई है। उन्होने मांग की शीर्घ इस व्यवस्था में सुधार किया जाना आवश्यक है।
इस अवसर पर सरदार हरजीत सिंह मिन्टू, सरदार ड़ी0पी0 सिंह, राधिका शर्मा, तरंजीत कौर, राहुल सहगल, संजय सहगल, खुशबू रतूड़ी, अनुरंजन बक्शी, पूजा जेटली, ममता बसनेत, पूजा सक्सैना, सकिता, ऊषा साहू, अनुसूईया रौतेला, लविश ड़ोरा, भारत कुमार, हिमान्शु लोधी, हन्नी गोगिया, हरीश नागपाल, विनित नागपाल, अंकित सैनी, गोवर नागपाल, कपिल नागपाल, रिहाना बेग, मुकेश राजपूत, महफूज,
दिनांकः- 31 दिसम्बर 2016
सेवा में,
श्री उर्जित पटेल जी,
गर्वनर,
आर0बी0आई0
भारत सरकार।
महोदय,
नोट बंदी के बाद जनता को हो रही विभिन्न समस्याओं के बारे में आपको अवगत कराना है कि
1. आर0बी0आई0 द्वारा नित नए नियम बदले जा रहे है, अब तक आर0बी0आई0 व वित्त मंत्रालय के लगभग इक्सठ (61) तुगलकी फरमानों ने अराजकता की स्थिति बनाकर जनता का उत्पीड़न किया जा रहा है। जिससें जनता जनता को भारी कठिनाई व भ्रम की स्थिति हो रही है, छोटे व्यापारी, किसान मजदूर व घरेलू समारोह प्रभावित होने से आम आदमी बहुत पीड़ित हो गया है।
2. आर0बी0आई0 द्वारा उत्तराखण्ड़ में करेंसी नोट प्रयाप्त माता में नही भेजे जा रहे है जिससें कई-कई घण्टें बैकों व ए0टी0एम0 की लाईनों में खड़ें होने के बाद भी लोगों को करेंसी प्राप्त न होने के कारण वापस लौटना पड़ रहा है, ए0टी0एम0 व बैंकों में लगभग 53 दिन होने के बावजूद भी स्थिति समान्य नही हो पाई है।
3. उत्तराखण्ड़ में तीन हजार गांव में कनैक्टिविटी व ब्राड़बैड़ सेवाए उपलब्ध नही है ऐसे में कैश-लैस/ए0टी0एम0 की गतिविधियॉ संचालित नही हो पा रही है। पर्वतीय व दुर्गम क्षेत्रों में इन कठिनाईयों को समझने व दूर करने में आर0बी0आई0 असफल रहा है, यहॉ तक की कैश मोबाईल वैन भी नही चल पाई है, इसके लिए विशेष व्यवस्था की जानी चाहिए, सीमान्त क्षेत्रों का और भी बुरा हाल है जहॉ पर अभी बुनियादी सुविधाए भी उपलब्ध नही हो पाई है।
4. वर्तमान में आर0बी0आई0 गलत नीति के कारण बैंक कर्मचारी व जनता के बीच में संघर्ष की घटनाए बड़ रही है जबकि कर्मचारी भी हमारे जनता के अंग होते है इस संघर्ष को रोकने के लिए आवश्यक है कि नोट बंदी से उत्पन्न हुई विकट स्थिति को शीघ्र सुधारा जाए। राज्य की अर्थ व्यवस्था चरमरा गई है।
5. यह आरोप भी लगातार सुनने को मिल रहा है कि निजी व सरकारी बैंको में करेंसी भेजने में अन्तर किया जा रहा है निजी बैंको में करेंसी अधिक भेजी जा रही है जिससें जनता में भारी आक्रोश है।
6. सहकारी बैंको का लेन-देन बंद होने से किसान, मजदूर व कृषि से जुड़ी गतिविधिया लगभग चौपट हो गई है।
7. देहरादून आर0बी0आई0 कार्यालय में करेंसी बदलने की सुविधा प्रदान की जाए, पर्वतीय राज्य होने के कारण दुर्गम व दुरस्त क्षेत्रों की जनता के लिए कानपुर, दिल्ली आदि बहुत दूर पड़ते है।
आशा है कि उपरोक्त पर विचार कर राज्य की जनता को राहत देने के लिए आप अपना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान करेंगे।सादर
भवदीय
(आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा)