चिकित्सा जगत के सर्वश्रेठ अस्पताल मेदांता एवं लखनऊ के प्रतिष्ठित संगठन लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन ने अपने सदस्यों के स्वास्थ्य की रक्षा हेतु एक बड़ी पहल की सुशांत गोल्फ सिटी स्थित मेदांता परिसर में लखनऊ के प्रतिष्ठित संगठन “लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन ” एवं मेदांता के मध्य एक एमओयू हस्ताक्षरित हुआ मेदांता की ओर से मेदांता के स्वास्थ निदेशक डॉ राकेश कपूर एवं लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन की ओर से एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री राजीव प्रधान द्वारा एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए
मेदांता के स्वास्थ निदेशक डॉ राकेश कपूर एवं लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन की ओर से एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री राजीव प्रधान ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया के अपने सदस्यों के स्वास्थ्य की रक्षा हेतु लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन और मेदांता के संयुक्त तत्वाधान में राजधानी लखनऊ में उच्च स्तरीय निशुल्क जांच शिविर आयोजित किए जाएंगे जिसमें सदस्यों की निशुल्क जांच होगी तथा मेदांता के वरिष्ठ चिकित्सकों द्वारा सलाह दी जाएगी इसके अतिरिक्त वरिष्ठ चिकित्सकों के पैनल द्वारा हेल्थ सेमिनार के आयोजन होंगे जिसमें सदस्यों को अपने स्वास्थ्य की सेवाओं हेतु बीमारियों से बचने के टिप्स दिए जाएंगे एवं जागरूक किया जाएगा तथा रोग ग्रसित व्यापारियों को सलाह दी जाएगी एवं लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन के सदस्यों को मेदांता अस्पताल मे प्लैटिनियम डेस्क के माध्यम से प्राथमिकता से इलाज दिया जाएगा।
इस अवसर पर बोलते हुए लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन की ओर से एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री राजीव प्रधान ने कहा जागरूकता ही बचाव है हम लोग अपनी व्यस्तताओ के कारण अपने स्वास्थ्य पर समुचित ध्यान नहीं दे पाता है परिणाम स्वरूप उम्र बढ़ने के साथ-साथ अनेक रोगों से भी ग्रसित हो जाता है अतः समय रहते सभी को अपने स्वास्थ्य की चिंता करनी चाहिए उन्होंने कहा जीवन की सबसे अनमोल पूंजी स्वास्थ्य ही है इसलिए इस पूंजी को समय रहते संभालना अति आवश्यक है। मेदांता के स्वास्थ्य निदेशक डॉ राकेश कपूर ने इस अवसर पर कहा यह मेदांता का सौभाग्य है कि हमें अपने लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन के सदस्यों की सेहत संबंधी सेवा करने का मौका मिल रहा है उन्होंने कहा लखनऊ मैनेजमेंट असोसिएशन के साथ एमओयू साइन करके हम गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं निश्चित रूप से दोनों संस्थाओं के सहयोग से एसोसिएशन के सदस्यों एवं उनके परिजनों को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा सकेगा।
इस अवसर पर एक ‘स्वास्थ गोष्ठी’ का भी आयोजन किया गया जिसमें डा. धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि किसी व्यक्ति में ज्यादा वजन होना गठिया रोग की शु रुआत होने के जोखिम के प्रमुख कारकों में से एक है । हमारे जोड़ों में एक निश्चित सीमा तक वजन उठाने की क्षमता है । शरीर का हर एक किलो अतिरिक्त वजन घुटनों पर चार गुना दबाव डालता है । अध्ययन में यह दिखा गया है कि शरीर का 10 फीसदी अतिरिक्त वजन कम करने से गठिया रो ग के दर्द में 50 फीसदी की कमी लाई जा सकती है ।अधिकतर भारतीय मरीज डॉक्टर के पास इलाज के लिए तब पहुंचते हैं ,जब दर्द हद से बढ़ जाता है और इसका असर उनकी रोजमर्रा की जिंदगी पर पडऩे लगता है । इस तरह के पुराने मामलों में पारंपरिक चिकित्सा उपाय, जैसे दवाइयां या जीवनशै ली में बदला व, लंबे समय तक मरीज को उसके दर्द से राहत नहीं दिला पाते । ऐसी हालत में जोड़ों को बदलना (जॉइंट रिप्लेसमेंट) ही एकमात्र उपाय होता है । गोष्ठी में लखनऊ मैनेजमेंट असोसिएशन के 100 से अधिक सदस्यों ने भाग लिया। इस अवसर पर मेदांता की और से वी पी ऑपरेशन सौरभ गुप्ता ,मार्केटिंग हेड अलोक खन्ना ,अभिषेक मिश्रा आदि मौजूद रहे।