लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत व दक्षिण कोरिया के सम्बन्ध नयी ऊँचाइयां प्राप्त कर रहे हैं। भारत और कोरिया के आध्यात्मिक सम्बन्ध शताब्दियों पुराने हैं। ऐसी मान्यता है कि अयोध्या की राजकुमारी सुरीरत्ना द्वारा लगभग 2,000 वर्ष पूर्व जलमार्ग से अयोध्या से कोरिया की यात्रा की गई थी। कोरिया में उन्हें हियो हवांग-ओक के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने जिमगवान के राजा सुरो से विवाह किया था। जिमगवान साम्राज्य का प्रतीक जुड़वां मछली है, जो अयोध्या सहित उत्तर प्रदेश के अवध क्षेत्र में कई ऐतिहासिक स्मारकों में भी पाया जाता है। दक्षिण कोरिया और भारत की स्वतंत्रता दिवस की तिथियाँ एक हैं-15 अगस्त। वर्तमान में भारतवासी अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। भारत और दक्षिण कोरिया, दोनों देश जी-20 समूह के सदस्य हैं। अपनी आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में भारत को जी-20 समूह की अध्यक्षता करने का अवसर प्राप्त हुआ है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश तथा दक्षिण कोरिया के ग्योंगसांगबुक-डो-प्रांत (जीबी प्रांत) के मध्य एम0ओ0यू0 हस्तांतरण के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी के समक्ष उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री मनोज कुमार सिंह तथा दक्षिण कोरिया के इकोनॉमी एण्ड इण्डस्ट्री ब्यूरो, ग्योंगसांगबुक-डो-प्रांत (जीबी प्रांत) के महानिदेशक, श्री ली यंगसेओक ने एम0ओ0यू0 पर हस्ताक्षर किए। कार्यक्रम में ग्योंगसांगबुक-डो-प्रांत, दक्षिण कोरिया के राज्यपाल श्री ली चीलवू के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमण्डल भी शामिल हुआ। इस अवसर पर यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
मुख्यमंत्री जी ने भारत के हृदय स्थल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सभी का स्वागत करते हुए कहा कि दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला सुश्री किम जुंग-सूक महोदया 06 नवम्बर, 2018 को अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुई थीं। भारत एवं दक्षिण कोरिया के प्राचीन और प्रगाढ़ सांस्कृतिक सम्बन्धों के दृष्टिगत इस अवसर पर दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला तथा मेरे द्वारा संयुक्त रूप से क्वीन हो मेमोरियल पार्क परियोजना का शिलान्यास किया गया था। दोनों देशों के मध्य सांस्कृतिक सम्बन्धों को विस्तार देने के उद्देश्य से अयोध्या में रामकथा पार्क के समीप क्वीन हो मेमोरियल पार्क का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। अयोध्या तथा कोरिया का गिम्हे शहर सिस्टर सिटी हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में यही बात पूरी मजबूती के साथ कही थी कि ‘दुनिया के कुछ देशों ने विश्व मानवता को भले ही युद्ध दिया हो, लेकिन भारत ने दुनिया को बुद्ध दिया है।’ इसीलिए विश्व भर के बौद्ध समाज के लिए भारत श्रद्धा और आस्था का केन्द्र है। उत्तर प्रदेश के लिए यह गौरव का विषय है कि भगवान गौतम बुद्ध के जीवन से जुड़े अनेक महत्वपूर्ण स्थल यहां अवस्थित हैं। भगवान बुद्ध ने अपने जीवन का दो तिहाई हिस्सा उत्तर प्रदेश में व्यतीत किया था। भगवान बुद्ध ने वाराणसी के समीप स्थित सारनाथ में अपना पहला उपदेश दिया था। श्रावस्ती में सर्वाधिक वर्षावास (चातुर्मास) किये थे। भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर भी उत्तर प्रदेश में है। कपिलवस्तु, देवदह, कुशीनगर, संकिसा, अहिछत्र बरेली, कौशाम्बी यह सभी बौद्ध आस्था के पावन स्थल उत्तर प्रदेश में हैं।
उत्तर प्रदेश में बौद्ध धर्म की सुदृढ़ जड़ें एवं प्रतिष्ठित धार्मिक महत्व के स्थान हैं, जो प्रदेश को विश्व में एक महत्वपूर्ण बौद्ध तीर्थस्थल बनाते हैं। राज्य का पर्यटन ईको-सिस्टम बौद्ध सर्किट टूर के लिए एक सुविधाजनक एवं सुव्यवस्थित यात्रा की सुविधा प्रदान करता है। यह सुनिश्चित करता है कि बौद्ध श्रद्धालुओं की तीर्थ यात्रा में सारनाथ व कुशीनगर के साथ सभी महत्वपूर्ण स्थलों को भी सम्मिलित किया जाए। बौद्ध सर्किट के अन्तर्गत कुशीनगर में अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा संचालित हो गया है। यह इण्टरनेशनल एयरपोर्ट भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण स्थल पर पहुँचने में स्वदेशी और विदेशी तीर्थयात्रियों को सुविधा प्रदान करता है। बौद्ध तीर्थयात्रियों को जोड़ने वाला यह हवाई अड्डा निकटतम प्रवेश द्वार है और इस क्षेत्र में निवेश एवं रोजगार के अवसरों की वृद्धि करता है। श्रावस्ती में एयरपोर्ट का विकास युद्धस्तर पर चल रहा है। शीघ्र ही श्रावस्ती को भी वायु सेवा से जोड़ दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत और दक्षिण कोरिया के राजनयिक सम्बन्धों की अर्द्ध शताब्दी के उपलक्ष्य में दक्षिण कोरिया के जोग्ये भिक्षु संघ की सफल धम्मयात्रा सम्पन्न हुई। यह पद यात्रा सारनाथ से प्रारम्भ होकर बोधगया, गृद्धकूट पर्वत राजगीर, नालन्दा, वैशाली, कुशीनगर, लुम्बिनी, कपिलवस्तु होते हुए उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती में सम्पन्न हुई। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 22 मार्च, 2023 को राजधानी लखनऊ स्थित ‘शान्ति उपवन बुद्ध विहार’ में जोग्ये भिक्षु संघ के पूज्य भिक्षुओं का अभिनन्दन भी किया गया। प्रदेश सरकार महात्मा बुद्ध के नाम पर जनपद कुशीनगर में कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की स्थापना करने जा रही है। कोरिया के ध्यान पंथ सिओन की उत्पत्ति श्रावस्ती के जेतवन उत्तर प्रदेश से ही मानी जाती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ग्योंगसांगबुक-डो प्रांत, दक्षिण कोरिया का सबसे बड़ा प्रांत है। यह प्रांत ‘सिला साम्राज्य’ का केन्द्र था, जिसका शासन लगभग 1,000 वर्षों तक रहा। इस प्रांत ने सदियों पुरानी परम्परा और ऐतिहासिक स्थलों को सजों कर रखने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है। ग्योंगसांगबुक-डो प्रांत में सघन औद्योगीकरण हुआ है। सैमसंग, एलजी एवं पोस्को जैसे वैश्विक बिजनेस समूहों का शुभारम्भ इसी प्रांत से हुआ है। प्रधानमंत्री जी तथा दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति श्री मून जई इन ने वर्ष 2018 में प्रदेश के जनपद गौतमबुद्धनगर स्थित नोएडा में सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स की नई मोबाइल फोन निर्माण इकाई का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दक्षिण कोरिया के जीबी प्रान्त के बारे में जो बातें कही जाती हैं, वही तथ्य भारत के सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के सम्बन्ध में भी परिलक्षित होते हैं। उत्तर प्रदेश भारत का हृदय स्थल है। देश के प्रमुख आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केन्द्र उत्तर प्रदेश में स्थित हैं। 250 मिलियन की विशाल जनसंख्या के साथ भारत की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक, उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा उपभोक्ता एवं जनशक्ति केन्द्र है, जिसे अक्सर ‘भारत के विकास का ग्रोथ इंजन’ भी कहा जाता है। इसके अतिरिक्त, पवित्र गंगा नदी के उपजाऊ मैदानों के किनारे स्थित, हमारे राज्य में प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता भी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जी0डी0पी0) में 8 प्रतिशत का योगदान करता है। हमने उत्तर प्रदेश को 01 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का महत्वाकांक्षी विजन निर्धारित किया है। इसमें उद्योगों की निश्चित रूप से एक महत्वपूर्ण भूमिका है। उत्तर प्रदेश के छात्रों को ग्यांगसांगबुक-डो में स्थित विश्वविद्यालयों में पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से तथा ग्योंगसांगबुक-डो में स्थित कम्पनियों को उत्तर प्रदेश में अपने बिजनेस को बढ़ाने, ग्योंगसांगबुक-डो में कम्पनियों में कार्य करने हेतु उत्तर प्रदेश के कर्मियों के लिए कोरियाई भाषा की शिक्षा को प्रोत्साहित करने के साथ ही उत्तर प्रदेश प्रशासन की सहायता से नोएडा में जीबी-मेला प्रारम्भ करने, विभिन्न औद्योगिक सेक्टर्स में व्यापारिक आदान-प्रदान एवं निवेश को परस्पर समर्थन देने, सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से दोनों प्रांतों के बीच मैत्रीपूर्ण सम्बन्धों को प्रगाढ़ बनाने के लिए आज की यह एम0ओ0यू0 साइनिंग सेरेमनी बहुत महत्वपूर्ण आयोजन है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश आयुष की भूमि भी है। यह प्रदेश आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा और पंचकर्म का जन्मस्थल है। राज्य में विभिन्न प्रकार के औषधीय पौधों की खेती होती है। उत्तर प्रदेश में फार्मा पार्क के निर्माण की कार्यवाही आगे बढ़ रही है। प्रदेश में अलग-अलग सेक्टरों में निवेश की अनन्त सम्भावनाएं हैं। दक्षिण कोरिया के उद्यमियों को इन सेक्टरों में निवेश की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर सकती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दक्षिण कोरिया के जीबी प्रान्त के गवर्नर तथा उनका प्रतिनिधिमण्डल इस एम0ओ0यू0 साइनिंग सेरेमनी के माध्यम से 02 महत्वपूर्ण देशों के 02 महत्वपूर्ण राज्यों के मध्य राजनयिक और सांस्कृतिक सम्बन्धों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में अपना योगदान दे सकते हैं। मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त किया कि उत्तर प्रदेश सरकार इस दिशा में अपना सकारात्मक सहयोग और योगदान जीबी प्रान्त के साथ करेगा।
ग्योंगसांगबुक-डो-प्रांत, दक्षिण कोरिया के राज्यपाल श्री ली चीलवू ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने पर उन्हें बधाई देते हुए कहा कि जीबी प्रान्त दक्षिण कोरिया का सबसे बड़ा राज्य है, उसी प्रकार उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा राज्य है। दोनों ही प्रगति की दिशा में अग्रसर राज्य हैं। जीबी प्रान्त में आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार के लिए कार्य किए जा रहे हैं, उसी प्रकार उत्तर प्रदेश में भी आयुर्वेद को पहचान मिल रही है। श्री ली चीलवू ने कहा कि जीबी प्रान्त तथा उत्तर प्रदेश अनेक क्षेत्रों में सहयोग कर सकते हैं। इनमें कृषि में कम संसाधन से अधिक उत्पादन के क्षेत्र में दोनों राज्यों में सहयोग की अपार सम्भावनाएं हैं।
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री श्री जयवीर सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नंदी’, आयुष मंत्री श्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 श्री अमित मोहन प्रसाद, सूचना निदेशक श्री शिशिर, अपर सूचना निदेशक श्री अंशुमान राम त्रिपाठी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा दक्षिण कोरिया के जीबी प्रान्त के प्रतिनिधिमण्डल के सदस्य उपस्थित थे।