भांडागारण विकास विनिमयामक प्राधिकरण (डब्ल्यूडीआरए) ने किसानों और व्यापारियों को कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराने की सुविधा के लिए पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए है। इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर श्री टी.के. मनोज कुमार, अध्यक्ष, डब्ल्यूडीआरए, श्री मुकेश कुमार जैन, सदस्य, डब्ल्यूडीआरए, श्री अतुल कुमार गोयल, एमडी और सीईओ, पीएनबी, श्री सुनील कुमार चुग, सीजीएम, पीएनबी तथा डब्ल्यूडीआरए और पीएनबी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किए गए।
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर ई-एनडब्ल्यूआर (इलेक्ट्रॉनिक नेगोशिएबल वेयरहाउस रिसीप्ट) के लिए वित्त पोषण के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के इरादे से किए गए, जो बिना किसी तरह की अतिरिक्त संपार्श्विक और आकर्षक ब्याज दरों जैसी विशेषताओं से युक्त है। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य भारत में कृषि प्रतिज्ञा वित्त में सुधार के लिए आगे की आउटरीच गतिविधियां करने के अलावा जमाकर्ताओं को इसके लाभों की जानकारी प्रदान करना है।
यह परिकल्पना की गई है कि छोटे और सीमांत किसानों के बीच ई-एनडब्ल्यूआर की स्वीकृति के संबंध में इस उत्पाद के दूरगामी परिणाम होंगे। इसमें किसानों द्वारा मजबूरन की जाने वाली बिक्री को रोककर और उपज के लिए बेहतर कीमत प्राप्त करने में मदद करके ग्रामीण जमाकर्ताओं की आय पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने की क्षमता है।
ई-एनडब्ल्यूआर प्रणाली की अंतर्निहित सुरक्षा और परक्राम्यता से युक्त यह उत्पाद विपणन ऋण ग्रामीण तरलता में सुधार और किसानों की आय बढ़ाने में बेहद सहायक होगा।
इस कार्यक्रम में डब्ल्यूडीआरए द्वारा ग्रामीण ऋण में सुधार के लिए गोदाम रसीदों का उपयोग करते हुए फसल कटाई के बाद की प्रतिज्ञा के वित्तपोषण के महत्व पर एक प्रस्तुति दी गई। दूर दराज के क्षेत्रों के बैंक अधिकारी इस आयोजन में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए। बैंक प्रतिनिधियों ने इस क्षेत्र में ऋण देने वाली संस्थाओं के सामने आने वाले जोखिमों की भी जानकारी दी। डब्ल्यूडीआरए ने हितधारकों के बीच भरोसे को बेहतर बनाने के लिए पूर्ण विनियामक सहायता का आश्वासन दिया।