लखनऊः प्रदेश और केन्द्र सरकार द्वारा संयुक्त रूप से प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख पर्यटन स्थलों पर अवस्थापना सुविधाओं की वृद्धि के लिए प्रमुखता से कार्य किया जा रहा है। पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार की प्रासाद स्कीम तथा स्वदेश दर्शन योजना के अन्तगर्त बड़े स्तर पर पर्यटन स्थलों के विकास की योजनाओं पर कार्य जारी है।
प्रदेश के तीर्थ स्थलों पर भारी संख्या में देशी व विदेशी तीर्थाटन करने वाले पर्यटकों का आवागमन होता है। समन्वित एवं नियोजित पयर्टन का विकास कर उन्हें अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से सम्पन्न करने के लिए प्रदेश में ऐसे पर्यटन परिपथों का चिन्हांकन किया गया है। वाराणसी में पर्यटन सुविधाओं का विस्तार केन्द्र और प्रदेश सरकार की शीर्ष प्राथमिकताओं में है।
प्रदेश सरकार द्वारा वाराणसी में घाटों के सौन्दर्यीकरण, पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर सुविधाओं का विस्तार, दशाश्वमेध घाट से गोदौलिया के मध्य स्ट्रीट स्केपिंग,क्रज बोट, लेजर शो जैसे कार्यों की कार्य योजनाएं निरूपित हैं। इसी क्रम में विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर को पूर्ण रूप से डिजिटल सुविधा से जोड़ने का कार्य भी मंदिर के प्रशासन द्वारा किया जा रहा है।
विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर में तीर्थाटन के लिए आये पर्यटकों को अब पैसों की सुविधा के लिए कैश लेकर आने अथवा एटीएम की तलाश में भटकना नहीं पड़ेगा मंदिर की पूरी व्यवस्था को डिजिटल किया जा रहा है। इसके लिए पेमेण्ट प्रणाली को पेटियम से जोड़ा जा रहा है। तीर्थयात्री पेटियम से भुगतान करके पूजन सामग्री, दर्शन के टिकट, प्रसाद खरीद सकते हैं। इसके अतिरिक्त मंदिर को पूर्ण रूपेण डिजिटल सिस्टम से जोड़कर आॅनलाइन दर्शन कराने, वीडियो कान्फ्रेंसिंग से पूजा कराने की भी तैयारी की जा रही है।