लखनऊ: मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव के बेटे और व्यापम घोटाले के आरोपी शैलेश यादव की मौत के मामले में नया मोड़ आता दिख रहा है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उनके शरीर में जहर की पुष्टि हुई है, लेकिन मौत की वजह साफ नहीं हो सकी। ऐसे में शक जताया जा रहा है कि जहर की वजह से ही शैलेश यादव की मौत हुई है। सिर के पिछले हिस्से में चोट के निशान थे। नाक और मुंह से खून निकल रहा था। बिसरा सुरक्षित रखा गया है।
बुधवार को मॉल एवेन्यू स्थित आवास पर संदिग्ध हालात में शैलेश की मौत हो गई था। उनका शव उनके कमरे में फर्श पर पड़ा मिला था और सिर से खून निकल रहा था। परिवार के लोगों ने बताया कि डायबिटीज के अलावा शैलेश का हाईपर टेंशन और डिप्रेशन का भी इलाज चल रहा था। सूत्रों के अनुसार, शैलेश की तबीयत मंगलवार रात में ही खराब हो गई थी। उन्हें तेलीबाग स्थित एक अस्पताल ले जाया गया था।
परिवार के लोगों का कहना है कि मंगलवार रात वह जल्दी दवा और खाना खाकर सो गए थे। बुधवार सुबह करीब सात बजे नौकर उनके कमरे में पहुंचा तो उसने देखा कि शैलेश फर्श पर पड़े हैं। नौकर ने दूसरे कमरे में मौजूद उनकी पत्नी को बताया। डॉक्टर को बुलाया गया, लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उनका शरीर नीला पड़ चुका था।
पिता रामनरेश यादव के साथ व्यापम भर्ती घोटाले में नाम आने के बाद शैलेश एमपी एसटीएफ के रडार पर थे। वह फरार चल रहे थे और उसकी संपत्ति की कुर्क करने की तैयारी की जा रही थी। कुछ दिनों पहले एसआईटी की टीम शैलेश से लखनऊ पूछताछ करने के लिए आई थी, लेकिन वह उस समय यहां मौजूद नहीं थे।