लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ कराने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं का उनके बीच पहुंचना जरूरी है। समाजवादी सरकार लगातार इस दिशा में प्रयास कर रही है। उत्तर प्रदेश ग्रामीण आयुर्विज्ञान संस्थान, सैफई का चिकित्सा विश्वविद्यालय बनना समाजवादी सरकार व नेताजी श्री मुलायम सिंह यादव के लगातार प्रयासों का नतीजा है। वर्ष 2005 में नेताजी ने जो सपना देखा था, आज वह साकार हो गया है। इसके लिये सभी का सराहनीय सहयोग रहा है। इस संस्थान को और अधिक ऊंचाई प्रदान करने के लिए लगातार प्रयास करने होंगे, जिससे देश व दुनिया के मानचित्र पर इसकी अपनी पहचान बने।
मुख्यमंत्री आज जनपद इटावा स्थित सैफई के उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के शपथ ग्रहण समारोह में डाॅ0 (ब्रिगे0) टी0 प्रभाकर को प्रथम कुलपति के रूप में शपथ दिलाने के उपरान्त अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री इस विश्वविद्यालय के पदेन कुलाधिपति हंै। उन्हांेने कहा कि ग्रामीण इलाके में स्थापित यह चिकित्सा विश्वविद्यालय नेताजी के सतत् प्रयासों का नतीजा है। उन्होंने कहा कि अच्छी भावना से की गई मेहनत और प्रयास कभी विफल नहीं होते है, इसमें समय अवश्य लग सकता है। अपनी स्थापना के एक दशक के अन्दर किसी संस्था का विश्वविद्यालय बन जाना एक कीर्तिमान है।
20 माह में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का निर्माण, रिकाॅर्ड समय में लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना का बनाया जाना, 55 लाख गरीब परिवारों को समाजवादी पेंशन योजना से लाभान्वित किया जाना, 24 घण्टे में 5 करोड़ पौधों का रोपण आदि का उल्लेख करते हुए श्री यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने कार्यों से लगातार कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे सहित राज्य सरकार द्वारा बनवाई गई सड़कों एवं सम्पर्क मार्गों से किसानों को काफी लाभ होगा। वे अपने उत्पादों को कम समय में अच्छी से अच्छी मण्डियों में पहुंचा सकेंगे। विकास एवं जनकल्याणकारी कार्यों में समाजवादी सरकार की बराबरी कोई सरकार नहीं कर पाएगी। समाजवादी सरकार की योजनाओं का लाभ हर वर्ग के लोगों को बिना किसी भेद-भाव के मिल रहा है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए पूर्व रक्षा मंत्री एवं सांसद श्री मुलायम सिंह यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय की शुरुआत एक अस्पताल के रूप में हुई थी। यह अपनी स्थापना के समय से लगातार प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा कि इच्छाशक्ति, संकल्प तथा साहस के साथ किसी भी मुकाम को प्राप्त किया जा सकता है। आर्थिक कठिनाईयां, मजबूत इरादों वाले व्यक्ति के सामने घुटने टेक देती हैं। अतः मजबूत इरादों के साथ पढ़ाई करें। उन्होंने उम्मीद जताई कि यहां से प्रशिक्षित चिकित्सक देश के साथ पूरी दुनिया में देश व प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।
पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में वे सारी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हो गयी हैं, जो किसी भी बड़े चिकित्सा विश्वविद्यालय के लिए आवश्यक होती हैं। उन्होंने युवा चिकित्सकों को यह मंत्र दिया कि चिकित्सा के साथ-साथ देश की वर्तमान समस्याओं पर भी मनन करें तथा अपने स्तर से छोटी-छोटी समास्याओं को दूर करने का प्रयास भी निरन्तर करते रहें। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आज हर दिशा में व्यापक तरक्की कर रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य को महत्व दिए बिना कोई भी राष्ट्र विकसित नहीं हो सकता है।
उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ0 (ब्रिगे0) टी0 प्रभाकर ने विश्वविद्यालय के शिक्षण कार्यों का जिक्र करते हुए बताया कि पिछले चार साल के दौरान विश्वविद्यालय में एम0बी0बी0एस0 सीटों में व्यापक बढ़ोत्तरी हुई है। अब विश्वविद्यालय में 100 की जगह 150 एम0बी0बी0एस0 की सीटें हैं। इसके अतिरिक्त, पोस्ट ग्रेजुएट की सीटें भी 50 से बढ़कर 78 हो गयी हैं। पोस्ट ग्रेजुएट सीटों को 100 करने का प्रयास चल रहा है। जल्दी ही सुपर स्पेशियलिटी भवन का निर्माण भी पूरा हो जाएगा, जिससे सुपर स्पेशियलिटी ब्रांचों में भी चिकित्सा एवं पढ़ाई शुरू हो जाएगी। इसके अतिरिक्त, पैरामेडिकल, फार्मेसी एवं नर्सिंग में भी पढ़ाई सुचारू रूप से संचालित हो रही है।
इस मौके पर डाॅ0 (ब्रिगे0) टी0 प्रभाकर ने मुख्यमंत्री को एक स्मृति चिन्ह् भी भेंट किया। कार्यक्रम के शुरूआत में विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री राधाकृष्ण सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया तथा कार्यक्रम के अन्त में संकाय अध्यक्ष प्रो0 के0एम0 शुक्ला ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर राज्यमंत्री चिकित्सा शिक्षा श्री राधेश्याम सिंह, सांसद श्री धर्मेन्द्र यादव, श्री तेज प्रताप यादव, मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार श्री आलोक रंजन, मुख्य सचिव श्री दीपक सिंघल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्रीमती अनीता सिंह, एम0सी0आई0 के पूर्व चेयरमैन डाॅ0 केतन देसाई, एस0जी0पी0जी0आई0एम0एस0 के निदेशक प्रो0 राकेश कपूर, के0जी0एम0यू0 के कुलपति प्रो0 रविकान्त, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय, प्रख्यात चिकित्सकगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, छात्र-छात्राएं एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।