लखनऊ: (स्पेशल टास्क फोर्स, उत्तर प्रदेश, लखनऊ) दिनांक 23-08-2016 को एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश एवं जनपद गाजियाबाद पुलिस की संयुक्त कार्यवाही के दौरान भा0ज0पा0 नेता श्री ब्रजपाल सिंह तेवतिया की हत्या के प्रयास की घटना मेें वाॅछित 15 हजार रूपये के इनामी अपराधी एवं शूटर बब्बल उर्फ योगेन्द्र ठाकुर को जनपद-गाजियाबाद से गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफतार अभियुक्तों का विवरणः-
बब्बल उर्फ योगेन्द्र ठाकुर पुत्र रमेश ठाकुर मूल निवासी नारायणा थाना नारायणा दिल्ली हाल पता- सी-201 राजनगर एक्सटेंन्शन, एस0जी0 इम्पे्रशन, जनपद गाजियाबाद
बरामदगीः
एक अदद पिस्टल-32 बोर मय 05 अदद कारतूस
दिनांक 11-08-2016 को थाना मुरादनगर जनपद गाजियाबाद मेें अज्ञात अभियुक्तों द्वारा ए0के0 47 एवं अन्य अस्लाहोें से अंधाधुन्ध फायरिंग कर भाजपा नेता श्री ब्रजपाल सिंह तेवतिया पर जानलेवा हमला किया गया था। इस घटना मेें श्री ब्रजपाल सिंह के अलावा उनके साथी मोहकम सिंह, इन्द्रपाल प्रधान, अशोक एवं राजपाल तथा प्राइवेट गनर विपिन गंभीर रूप से घायल हो गये थे। इस सम्बन्ध में थाना मुरादनगर पर मु0अ0स0ं 624/16 धारा 147/148/149/307/120 बी भादवि एवं 7 क्रि0लाॅ0 एक्ट का अभियोग पंजीकृत है। घटना के अनावरण एवं अपराधियोें की गिरफ्तारी हेतु उच्चाधिकारियों द्वारा स्पेशल टास्क फोर्स, उत्तर प्रदेश से सहयोग प्रदान करने की अपेक्षा की गयी थी, जिसके अनुपालन में श्री अमित पाठक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 उ0प्र0 लखनऊ एवं श्री हिमांशु कुमार, पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 पश्चिमी गौतमबुद्धनगर के निर्देशानुसार श्री राजकुमार मिश्रा, पुलिस उपाधीक्षक, एस0टी0एफ0 पश्चिमी गौतमबुद्धनगर के पर्यवेक्षण मेें टीमें गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी तथा जनपदीय पुलिस के सहयोग से दिनांक 16-08-2016 को थाना मुरादनगर क्षेत्र से घटना मेें शामिल 04 अभियुक्तगण (राम कुमार उर्फ राम, निशान्त भदौरिया, राहुल त्यागी, जितेन्द्र उर्फ पोपे) को गिरफ्तार किया गया था, जिनसे पूछताछ पर घटना मेें शामिल अन्य अभियुक्तों के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई थी। इसी क्रम मेें अभिसूचना संकलन की कार्यवाही जारी रखते हुए घटना में शामिल अन्य अभियुक्तों की गिरफतारी हेतु सतत् प्रयास किये गये, जिसके परिणामस्वरूप दिनांकः 19-08-2016 को इस घटना में शामिल 02 इनामी अपराधियों को गिरफतार किया गया था।
इसी क्रम में दिनंाक 23-08-2016 को थाना सिहानी गेट क्षेत्र से उक्त घटना में शामिल 15 हजार रूपये के इनामी अपराधी एवं शूटर बब्बल उर्फ योगेन्द्र ठाकुर, उपरोक्त को गिरफ्तार किया गया, जिससे उपरोक्त बरामदगी हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त बब्बल से की गयी पूछताछ पर ज्ञात हुआ कि बब्बल कक्षा-10 तक शिक्षा प्राप्त करने के बाद वर्ष 1997 मेें अपने मामा पुलिस इन्सपेक्टर श्री प्रीतम सिंह के पास गाजियाबाद आ गया था। इसके बाद उसने हमदर्द कम्पनी, गाजियाबाद मेें नौकरी करना प्रारम्भ किया। बब्बल के मामा निरीक्षक श्री प्रीतम सिंह का ट्रान्सफर गाजियाबाद से मुरादाबाद हो जाने पर नौकरी छोडकर दिल्ली चला गया, जहाॅ पर उसने अपने मामा प्रीतम सिंह की मदद से वर्ष-1997 मेें अपनी बहन की शादी की थी। इसके कुछ दिनोें बाद बब्बल अपना नारायणा दिल्ली स्थित मकान बेचकर अपने पूरे परिवार के साथ मकान ने0- एच-51 गोविन्दपुरम, थाना-कविनगर, जनपद गाजियाबाद मेें आकर रहने लगा। वर्ष-1998 मेें कुख्यात अपराधी श्रीप्रकाश शुक्ला एस0टी0एफ0 के साथ हुई मुठभेड मेें मारा गया था, जिसमें इन्सपेक्टर प्रीतम सिंह प्रमुख भूमिका रही थी। श्रीप्रकाश शुक्ला के वर्ष-1998 मेें मुठभेड़ में मारे जाने के बाद ही इन्सपेक्टर प्रीतम सिंह की हत्या श्रीप्रकाश शुक्ला के शूटर राजन तिवारी, रितेश मिश्रा मुन्ना शुक्ला आदि द्वारा स्वचालित हथियारोें से कलक्टैªेट के सामने माॅनिंग वाक के समय कर दी गयी थी। इसके बाद बब्बल उपरोक्त ने अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के साथ उठना बैठना शुरू कर दिया। इसी दौरान उसकी मुलाकात आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति अमित बालियान नि0गोविन्दपुरम गाजियाबाद से हुई। अमित बालियान की रंजिश वीरेन्द्र शकलानी नि0 दिल्ली से चल रही थी और इसी रंजिश का बदला लेनेे के लिए वर्ष- 2002 मेें अमित बालियान ने बब्बल, मंजीत निवासी दादरी, रामनाथ निवासी दादरी, गुलजार निवासी दादरी के साथ मिलकर वीरेन्द्र शकलानी की हत्या चाकूओं से गोदकर लाजपत नगर दिल्ली मेें कर दी थी। इस घटना मेें अमित को छोडकर इन सभी के नाम प्रकाश मेें आये और इस घटना मेें सभी आरोपियोें को आजीवन कारावास की सजा हुई। साढे पाॅच साल जेल मेें रहने के बाद बब्बल उपरोक्त जमानत पर छूटा था। जमानत पर छूटने के बाद बब्बल ने मोबाइल रिपेयरिंग के कार्य के साथ शेयर मार्किट मेें भी पैसा लगाना शुरू कर दिया और ब्व्डडव्क्प्ज्ल् शेयर मार्केट मेें उसे तीस लाख रूपये की हानि हुई। बब्बल लोगोें की देनदारियोें की वजह से गाजियाबाद छोडकर भिवानी, राजस्थान चला गया और वहाॅ कुछ दिन तक सरिया का व्यवसाय किया। ज्यादा लाभ न होने के कारण बब्बल वर्ष-2012 मेें वापस गाजियाबाद आ गया, जहाॅ उसने प्राॅपर्टी का काम पुनः प्रारम्भ कर दिया। मंडौला , गाजियाबाद के नीटू भाटी एवं जयदीप निवासी गाजियाबाद के साथ प्राॅपर्टी एवं ब्याज के काम मेें काफी रूपया लगा दिया। बब्बल ने जयदीप के कहने पर काफी रूपया ब्याज पर धीरज निवासी सदरपुर गाजियाबाद को दिया था, जिसको लेकर जयदीप व बब्बल मेें विवाद हो गया। धीरज पर जयदीप का भी काफी रूपया उधार था। इस कारण जयदीप ने धीरज की चार माह पूर्व उसी के आॅफिस मेें हत्या कर दी थी। बब्बल को शक था कि जयदीप उसकी भी हत्या कराना चाहता हैै। इसी कारण बब्बल ने मनीष से नजदीकी बढायी मनीष ने बब्बल को श्री ब्रजपाल तेवतिया की हत्या मेें उसका साथ देनेे के लिए कहा और इसके बदले बब्बल के सारे विवाद निपटाने का वादा किया। इसी योजना के तहत बब्बल ने मनीष व उसके साथियोें के साथ मिलकर दिनांक 11-08-2016 को स्वचालित हथियारोें से भाजपा नेता ब्रजपाल तेवतिया पर जानलेवा हमला किया था। फरारी के दौरान वह हरिद्वार, देहरादून व दिल्ली घूमने के पश्चात दिनांक 23-08-2016 को गाजियाबाद आ गया था, जहाॅ उसे गिरफतार किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्त बब्बल को थाना-सिहानीगेट, गाजियाबाद में दाखिल कर उसके विरूद्व थाना मु0अ0सं0-1337/16 धारा-25 आम्र्स एक्ट पंजीकृत कराया गया है। अग्रिम विधिक कार्यवाही थाना-सिहानीगेट व मुरादनगर पुलिस द्वारा की जा रही है।