ऋषिकेश: हमें सभी क्षेत्रों में सहिष्णुता के समान राजनीति में भी सहिष्णुता को बनाये रखना होगा। राजनीति में सहिष्णुता राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर बनी रहनी चाहिये। हमने इतिहास में जब भी असहिष्णुता का मार्ग अपनाया तब-तब हम या तो गुलाम हुए या हम एक समाज व राष्ट्र के रूप में बिखर गये। भारत आंतरिक रूप से शक्तिशाली राष्ट्र है। हमें आज अशिक्षा, गरीबी व पिछडे़पन से लड़ना है। भारत की प्राचीन अध्यात्मिकता व आधुनिक ज्ञान विज्ञान के समावेश से शिक्षा को नई दिशा दी जानी चाहिये। ब्रहालीन श्री देवेन्द्रस्वरूप ब्रहाचारी जी महाराज की शिक्षण संस्थाऐं शिक्षा व गुणवता के मामले मे दूसरो को रास्ता दिखाने का कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ब्रहालीन श्री देवेन्द्रस्वरूप ब्रहाचारी जी महाराज की द्वादश पुण्यतिथि के अवसर पर राज्य के जनता की ओर से श्रद्धाजंलि अर्पित करते ऋषिकेश स्थित डी0 एस0 बी0 इण्टरनेशनल पब्लिक स्कूल गुमानीवाला में उक्त विचार व्यक्त किये।
श्री रावत ने सभी साधु सन्तों को पुण्यतिथी के अवसर पर पधारने के लिए धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, राज्यसभा सांसद सुभाष चन्द्रा, हास्य कवि सुरेन्द्र शर्मा तथा बड़ी संख्या में साधु सन्त उपस्थित थे।