नई दिल्ली: पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने आज यहां बांग्लादेश के बिजली, ऊर्जा एवं खनिज संसाधन राज्य मंत्री श्री नसरुल हामिद से मुलाकात की। श्री हामिद दिल्ली की सरकारी यात्रा पर हैं। उनका यह दौरा इस वर्ष अप्रैल में श्री प्रधान के नेतृत्व में बांग्लादेश की यात्रा पर गए प्रतिनिधि मंडल के प्रत्युत्तर में हो रहा है।
श्री प्रधान ने बांग्लादेश को धन्यवाद दिया कि उसने इस बात की अनुमति प्रदान की कि बांग्लादेश के रास्ते पेट्रोलियम उत्पादों के भारतीय ट्रकों को मेघालय से त्रिपुरा ले जाया जा सके। इस वर्ष अगस्त में बांग्लादेश की सरकार ने भारत के इस आग्रह को स्वीकार कर लिया था कि पेट्रोलियम सामान ले जाने वाले आईओसीएल ट्रकों को त्रिपुरा तक पहुंचाने के लिए उन्हें बांग्लादेश के क्षेत्र से ले जाया जा सके, ताकि भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में पेट्रोलियम उत्पादों की कमी को दूर किया जा सके। भारी वर्षा के कारण इस क्षेत्र की सड़कें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं, जिनमें एनएच-44 भी शामिल है। इसके कारण ट्रकों का चलना बंद हो गया था और आवश्यक पेट्रोलियम सामान की कमी पैदा हो गई थी
श्री प्रधान ने नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड (एनआरएल) के सिलीगुड़ी टर्मिनल से हाई-स्पीड डीजल (एचएसडी) को बांग्लादेश पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (बीपीसी) के पार्बतीपुर डिपो तक ले जाने के लिए अपने बांग्लादेशी समकक्ष के साथ चर्चा की। एनआरएल और बीपीसी ने 20 वर्षों की अवधि के लिए एचएसडी की आपूर्ति और खरीद पर सहमति व्यक्त की है। सिलीगुड़ी और पार्बतीपुर के बीच प्रस्तावित भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाईन के जरिए इसकी आपूर्ति की जाएगी। वित्त पोषण सहित पाइपलाईन परियोजना के संबंध में दोनों पक्षों के बीच बातचीत हो रही है।
दोनों मंत्रियों ने भारत के विभिन्न प्रस्तावों की स्थिति पर चर्चा की जिनमें बांग्लादेश साझेदार है। इनमें आईओसीएल द्वारा चटगांव में एलपीजी आयात टर्मिनल की स्थापना तथा वहां से सड़क के रास्ते त्रिपुरा बॉटलिंग प्लांट तक ले जाना तथा चटगांव के निकट कुतुबदिया द्वीप में पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड (पीएलएल) द्वारा तटीय एलएनजी टर्मिनल शामिल हैं। एलएनजी टर्मिनल बनाने के लिए पीएलएल, पेट्रोबांग्ला के साथ सहमति पत्र को अंतिम रूप दे रहा है। दोनों पक्षों ने धामरा एलएनजी टर्मिनल से पाइपलाईन के जरिए गैस की आपूर्ति की संभावना पर भी चर्चा की। पश्चिम बंगाल में दत्तापुलिया होते हुए बांग्लादेश जाने वाली यह पाइपलाईन निर्माणाधीन है।
दोनों मंत्रियों ने ईस्टर्न रिफाइनरीज लिमिटेड चटगांव विस्तार के संबंध में इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (ईआईएल) द्वारा किए जाने वाले पीएमसी कार्य की प्रगति की समीक्षा भी की। श्री प्रधान ने इस बात का स्वागत किया कि बीपीसी की सहायक मेसर्स पद्मा ऑयल कंपनी ने चटगांव से ढाका (270 कि.मी.) के बीच बहु-उत्पादक पाइपलाईन का क्षमता अध्ययन करने के लिए ईआईएल को चुना है। उन्होंने आश्वस्त किया कि ईआईएल इस अध्ययन को बेहतरीन तरीके से पूरा करेगा।