नई दिल्ली: केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री श्री हंसराज गंगाराम अहीर ने सीमा अवसंरचना में स्वदेशी अनुसंधान और विकास पर बल दिया है। श्री अहीर आज यहां सीमा प्रबंधन और अवैध व्यापार विषय पर गोष्ठी का उद्घाटन कर रहे थे। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार अपनी सेनाओं की सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक उपकरण हासिल करेगी। उन्होंने इज्राइल, अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका की आयातित टैक्नोलॉजी पर अधिक निर्भरता के बारे में चेतावनी दी और कहा कि इस घाटे को पाटने के लिए स्वदेशी उद्योग को मजबूत बनाना आवश्यक है।
श्री अहीर ने पड़ोसी देशों के साथ मित्रता बनाये रखने में प्रधानमंत्री के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सरकार देश की सीमाओं विशेषकर पश्चिमी सीमाओं की रक्षा के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सीमा प्रबंधन में सहयोग नहीं दे रहा है और समस्याएं पैदा कर रहा है। उन्होंने केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह के बयान को दोहराया कि भारत-पाकिस्तान सीमा 2018 तक पूरी तरह सील कर दी जाएगी।
श्री अहीर ने मादक पदार्थों की अवैध तस्करी रोकने और सीमाओं पर मानव तस्करी रोकने की आवश्यकता पर बल दिया।
इस अवसर पर सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक श्री के.के. शर्मा ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल को भारत-पाकिस्तान तथा भारत-बांग्लादेश सीमाओं पर तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि इन सीमाओं की कुल लंबाई 6,500 किलोमीटर से अधिक है। यह दूरी दिल्ली और लंदन की दूरी से ज्यादा है।
फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के महासचिव डॉक्टर ए.दीदार सिंह ने कहा कि सीमा पर अवैध व्यापार से सरकार को कर राजस्व में होने वाले एक लाख करोड़ रूपये से अधिक का नुकसान उठाना पड़ रहा है।