नई दिल्ली: पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज साइंस एक्सप्रेस क्लाइमेट चेंज स्पेशल (एसईसीसीएस) की प्रथम बैठक की अध्यक्षता की। केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री श्री वाई. एस. चौधरी ने भी इसमें शिरकत की।
इस साल साइंस एक्सप्रेस में जलवायु परिवर्तन की विषय-वस्तु पर विशेष रूप से ध्यान केन्द्रित किया जाएगा। श्री जावड़ेकर ने कहा कि इस विषय-वस्तु के विभिन्न पहलुओं पर निर्णय लेने के लिए यह बैठक बुलाई गई थी। आज की बैठक में विभिन्न सुझाव आमंत्रित किए गए। राज्य सरकारों को इसमें बड़े पैमाने पर शामिल करना और इस एक्सप्रेस के संचालन में शामिल मंत्रालयों के विभिन्न संस्थानों के विशेषज्ञों, स्वयंसेवकों एवं बच्चों को भी इसमें सम्मिलित करना इन सुझावों में शामिल थे। साइंस एक्सप्रेस तीन मंत्रालयों एवं विभागों की एक संयुक्त पहल है, जिनमें रेल मंत्रालय, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग और पर्यावरण, वन एवं जलवायु मंत्रालय शामिल हैं। पिछले आठ वर्षों से इस ट्रेन का संचालन अत्यंत सफलतापूर्वक हो रहा है। स्कूलों एवं कॉलेजों के विद्यार्थी और लाखों लोग इस ट्रेन को देखने आते हैं। श्री जावड़ेकर ने कहा कि जलवायु परिवर्तन की विषय-वस्तु (थीम) पर 117 संगठनों का एक मंच बनाया गया है।
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, रेल मंत्रालय और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधिकारियों ने इस बैठक में हिस्सा लिया। अहमदाबाद स्थित पर्यावरण शिक्षा केन्द्र के प्रतिनिधियों ने विभिन्न प्रदर्शनियों की एक रूपरेखा प्रस्तुत की, जिन्हें साइंस एक्सप्रेस क्लाइमेट चेंज स्पेशल के विभिन्न प्रस्तावित डिब्बों में दर्शाया जाएगा। पिछले साल साइंस एक्सप्रेस की थीम जैव विविधता थी।