नई दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं संसदीय कार्य राज्यमंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज कहा कि साफ-सुथरी, ईमानदार एवं पारदर्शी व्यवस्था का असर गरीबों, कमजोर तबकों, अल्पसंख्यकों के आर्थिक-सामाजिक-शैक्षिक सशक्तिकरण के मजबूत जमीनी असर के रूप में साफ दिख रहा है। श्री नकवी ने कहा कि केंद्र सरकार हर गरीब की आँखों में खुशी और उसके आँगन में खुशहाली के संकल्प के साथ काम कर रही है। “विकास भी-विश्वास भी” के मूलमंत्र के साथ मोदी सरकार अल्पसंख्यकों सहित सभी जरूरतमंदों के सशक्तिकरण की दिशा में मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है। श्री नकवी ने उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले के जसपुर के ग्राम जगतपुर पट्टी, श्यामनगर और राजकीय कन्या इंटर कॉलेज, जसपुर में “प्रोग्रेस पंचायत” में बड़ी संख्या में आये लोगों को संबोधित करने के दौरान श्री नकवी ने कहा कि इस
श्री नकवी ने कहा कि “प्रोग्रेस पंचायत””विकास का मसौदा” है। 29 सितंबर 2016 को हरियाणा के मेवात जिले से शुरू की गई “प्रोग्रेस पंचायत” लोगों का विश्वास जीतने, उन्हें विकास का भागीदार-हिस्सेदार बनाने में सफल होती दिख रही है। श्री नकवी ने कहा की कागज पर नीतियां और योजनाएं बना देने भर से काम नहीं चलेगा। जरूरतमंदों के लिए शुरू की गई योजनाओं का असर जमीनी स्तर पर दिखाई देना चाहिए। समाज के आखिरी व्यक्ति तक विकास की रोशनी पहुंचाने के लिए जरुरी है कि मंत्रालय खुद चल कर लोगों के बीच जाए, लोगों की समस्या सुने, उनका समाधान करे।
श्री नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यक मंत्रालय का प्रभार संभालने के बाद अफसरों के साथ की गई पहली मीटिंग में यह तय हो गया था कि योजनाओं का लाभ और उनका असर कागजों और कम्प्यूटर पर नहीं बल्कि जमीन पर दिखना चाहिए। कल्याणकारी योजनाएं “कागजों का किस्सा” नहीं बल्कि “विकास का हिस्सा” बननी चाहिए। अफसरों को खुद गांव-गांव घूमना चाहिए ताकि कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सीधे हर जरूरतमंद तक पहुंचे।
श्री नकवी ने कहा कि मुस्लिम सहित अन्य अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों के लिए कल्याणकारी योजनाओं और उनके लिए धन की कोई कमी नहीं है। जरुरत इस बात की है कि योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाई जाए। इसके लिए मंत्रालय ने युद्ध स्तर पर अभियान चलाया हुआ है ताकि हर अल्पसंख्यक वर्ग के जरूरतमंद तक केंद्र सरकार द्वारा उनके लिए बनाई गई योजनाओं की जानकारी पहुँच सके। “प्रोग्रेस पंचायत” इस दिशा में एक “मजबूत मिशन” साबित होगी।
लोगों को अल्पसंख्यक मंत्रालय की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए श्री नकवी ने कहा कि मंत्रालय ने “सीखो और कमाओ”, “नई मंजिल”, “नई रौशनी”, “उस्ताद”, “नई उड़ान” जैसी योजनाएं शुरू की है जो अल्पसंख्यक वर्ग के गरीबों की तरक्की की गारंटी हैं।
इसके अलावा “प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम” (MsDP) जैसे कार्यक्रम अल्पसंख्यकों को आधारभूत सुविधाएँ जैसे स्कूल, अस्पताल, सड़क आदि इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैया करा रहा है। रोजगारपुरक योजनाएं हमारी प्राथमिकता हैं और इस सन्दर्भ में युद्ध स्तर पर काम हो रहा है। “हर हाथ को रोजगार” हमारा लक्ष्य है।
श्री नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यक मंत्रालय मुस्लिम समुदाय के विकास के लिए विभिन्न स्तर पर काम कर रहा है। इसमें वक्फ संपत्तियों का संरक्षण और विकास अहम है।
कुछ राज्यों के वक्फ बोर्ड पर “वक्फ माफियाओं” ने कब्ज़ा जमा लिया है जिसके चलते वक्फ संपत्तियों का सदुपयोग नहीं हो पा रहा है।
वक्फ संपत्तियों की शिकायतों के लिए केंद्र स्तर पर एक सदस्यीय “बोर्ड ऑफ़ एडजूडिकेशन” का गठन किया गया है जिसकी अध्यक्षता सर्वोच्च न्यायालय के रिटायर्ड जस्टिस करेंगे। इसी तरह राज्यों में 3 सदस्यीय न्यायाधिकरण की स्थापना की जा रही है। लगभग 15-16 राज्यों में इनका गठन किया जा चुका है। अन्य राज्य भी इसका गठन शीघ्र करें।
श्री नकवी ने कहा कि वक्फ जमीनों पर अल्पसंख्यक मंत्रालय राज्य सरकारों के साथ मिलकर स्कूल, कॉलेज, मॉल, अस्पताल, कौशल विकास केंद्र आदि का निर्माण कराएगा, और इससे हुई आमदनी को मुस्लिम समुदाय की शिक्षा और अन्य विकास कार्यों में इस्तेमाल किया जाएगा। इन जमीनों पर विभिन्न प्रयोजन के सामुदायिक केंद्र “सद्भाव मंडप” का निर्माण भी किया जायेगा जो विभिन्न प्रकार के कार्यों जैसे शादी-विवाह, प्रदर्शनी और किसी आपदा के समय राहत केंद्र के रूप में भी इस्तेमाल किये जा सकेंगे।
श्री नकवी ने कहा कि MsDP के अंतरगर्त उत्तराखंड के लिए 2014-15 में कई योजनाओं को मंजूरी दी गई जिनमे 3 डिग्री कॉलेज, 5 स्कूल, 2 हॉस्टल, 5 आईटीआई, 6 स्वस्थ्य केंद्र शामिल हैं। 2015-16 में विभिन्न योजनाओं के लिए करोड़ों रूपए की राशि जारी की गई। “सीखो और कमाओं” योजना के अंतरगर्त उत्तराखंड में 2014 से लगभग 2200 युवाओं को रोजगारपूरक ट्रेनिंग दी गई। “नई रौशनी” योजना के तहत 2014-16 के बीच लगभग 3300 लोगों को ट्रेनिंग दी गई।
श्री नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यकों की प्राचीन कला-संस्कृति, हुनर को संरक्षित करने, प्रोत्साहित करने के लिए “उस्ताद” योजना के तहत एक अभियान चलाया है ताकि इन हुनरमंद लोगों को राष्ट्रीय-अंतराष्ट्रीय बाजार मुहैय्या कराया जा सके। इस बार 14 नवम्बर 2016 से प्रगति मैदान में लगने वाले भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में देश के दूर-दराज क्षेत्रों के अल्पसंख्यक समुदाय के शिल्पकार-दस्तकार अपनी कला-कौशल का जलवा बिखेरेंगे।
अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भारतीय अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में ’’हुनर हाट”नाम से एक बड़े हाल में देश भर के सैकड़ों दस्तकारों, शिल्पकारों के हाथों बने सामानों की प्रर्दशनी शुरू करने जा रहा है, यह देश के कोने-कोने के हुनर के उस्तादों की कला और कौशल का अद्भुत संगम होगा।
यह पहली बार होगा कि देश के दूर-दराज क्षेत्रों में मौजूद दस्तकारी के इन उस्तादों को राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने हुनर को एक छत के नीचे प्रदर्शित करने का बड़ा मौका मिलेगा।
जसपुर दौरे के दौरान श्री नकवी ने राजकीय महिला डिग्री कॉलेज, ग्राम जगतपुर पट्टी का निरीक्षण/शिलान्यास, रुद्रपुर में 50 बेड हॉस्टल का शिलान्यास किया, इसके अलावा जे. आई. टी. स्किल ट्रेनिंग सेंटर जसपुर का उद्घाटन किया।
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