नई दिल्ली: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग और नागरिक उड्डयन मंत्री श्री सुरेश प्रभु ने कहा कि श्नाइडर इलेक्ट्रिक द्वारा लार्सन एंड टुब्रो के विद्युत एवं उद्योग स्वचालन प्रभाग का अधिग्रहण करने से भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल के अनुरूप घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा। वह आज नई दिल्ली में श्नाइडर इलेक्ट्रिक के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी जीन पास्कल ट्राईकोयर के साथ एक बैठक के दौरान बोल रहे थे।उन्होंने कहा कि यह परियोजना श्नाइडर इलेक्ट्रिक की डिजिटल जानकारियों के साथ मिलकर घरेलू उत्पादन में वृद्धि, निर्यात में बढ़ोतरी एवं आयात में कमी सुनिश्चित करेगी और इसके साथ ही प्रभावकारी रूप से प्रतिस्पर्धी कीमतों पर उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला सुलभ कराएगी।
ऊर्जा प्रबंधन एवं स्वचालन उन्नत प्रौद्योगिकियों में वैश्विक स्तर पर अग्रणी माने जाने वाली श्नाइडर इलेक्ट्रिक ने लार्सन एंड टुब्रो के विद्युत एवं उद्योग स्वचालन प्रभाग का अधिग्रहण करने के लिए एक समझौता किया है। श्नाइडर इलेक्ट्रिक और सिंगापुर सरकार के स्वामित्व वाला निवेश फंड टेमासेक इसमें कुल मिलाकर 14,000 करोड़ रुपये निवेश करेंगे।
श्री सुरेश प्रभु ने यह भी कहा कि यह परियोजना देश में किसी फ्रांसीसी कंपनी द्वारा विनिर्माण क्षेत्र में अब तक के सबसे बड़े निवेश में से एक होगी और इसके साथ ही यह ‘इन्वेस्ट इन इंडिया’ एवं ‘मेक इन इंडिया’दोनों ही पहलों में अहम योगदान देगी। इस परियोजना के साथ ही भारत फ्रांस से बराबरी करते हुए श्नाइडर इलेक्ट्रिक के लिए परिचालन की दृष्टि से तीसरा सबसे बड़ा देश बन जाएगा।