प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत के पुनरुत्थान के बारे में चर्चा करते हुए श्री नायडू ने कहा कि सार्वजनिक जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में भारत तेजी से अपना सुधार कर रहा है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था फिर से पटरियों पर है, महंगाई नियंत्रण में है और विकास दर 7.3 प्रतिशत है तथा आने वाले वर्षों में 8 प्रतिशत को पार कर लेने की संभावना है। उन्होंने बताया कि भारतीय संसद में पिछले वर्ष 47 कानूनों को पास किया जो अपने-आप में एक रिकॉर्ड है। इनमें कुछ ऐसे कानून भी हैं जो काफी समय से लम्बित रहे हैं तथा इनसे बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा बढ़ने की संभावना है।
श्री नायडू ने यूएसआईबीसी के सदस्यों से बातचीत की और उनके प्रश्नों के उत्तर दिए। इस चर्चा में भाग लेने वाले शीर्ष अमेरिकी व्यापारिक घरानों के अधिकांश प्रतिनिधियों ने भारत में अपनी गहरी रुचि दिखाई। इनमें आईटेक, आईबीएम, हनीवेल, जिनवर्थ, यूटीसी, एईकॉम, टाईको, सिस्टम्स सॉफ्ट, ऐप्पल, एटी एंड टी, डेल, क्वालकॉम, कॉगनीजेंट, केपिटल नॉवस, मूडीज, बैंक ऑफ अमेरिका, मेक्लॉर्टी एसोसिएट्स आदि प्रमुख हैं।