देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बुधवार को नगर निगम सभागार में श्री विश्वनाथ जगदीशिला डोली की 16वीं रथयात्रा का स्वागत करते हुए कहा कि ऐसी यात्राएं हमारी भक्ति भावना को पर्यटन, सामाजिक एवं सांस्कृतिक एकता को एक साथ जोड़ने का प्रयास करती है।
उन्हांेने कहा कि डोली रथ यात्रा जनता से जुड़ने का भी माध्यम है। उन्होंने इसके लिए यात्रा के संयोजक मंत्री प्रसाद नैथानी के प्रयासों की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी को राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आगे आना होगा। हम सभी अपने आस-पास के पर्यटक व तीर्थ स्थलों का भ्रमण करें, इससे अन्तर्राज्यीय पर्यटन की सोच विकसित होगी। राज्य के पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि डोली रथ यात्रा केवल धार्मिक यात्रा ही नही है, यह एक सामाजिक एवं सांस्कृतिक यात्रा है।
कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री एवं रथ यात्रा के संयोजक मंत्री प्रसाद नैथानी ने श्री विश्वनाथ-जगदीशिला डोली रथ यात्रा के विषय में बताया कि यह डोली रथ यात्रा विश्व शान्ति एवं देव संस्कृति के उत्थान हेतु तपस्थली विशोन पर्वत से वर्ष 2000 से प्रारम्भ हुई। उन्होंने कहा कि यह रथ यात्रा 5 हजार कि.मी. तय कर 13 जिलों का भ्रमण करेगी। इस वर्ष भी 05 मई 2015 से डोली हरिद्वार से प्रस्थान कर 28 मई, 2015 को गंगा दशहरा के पावन पर्व पर वापस विशोन पर्वत पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि डोली रथ यात्रा के साथ-साथ जनता की समस्याओं को भी सुना जायेगा।
इस अवसर पर मेयर देहरादून विनोद चमोली, अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग आयोग अशोक वर्मा, विधायक राजकुमार, विधायक ममता राकेश के साथ ही श्री विश्वनाथ-जगदीशिला डोली रथ यात्रा पर्यटन विकास समिति के सदस्य उपस्थित थे।